सटीक विश्लेषणः अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली संयुक्त रैली का क्या रहा असर?

मनोज टिबड़ेवाल आकाश

मेरठ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने यूपी चुनाव के लिए हुए गठबंधन की पहली संयुक्त रैली की। इस रैली में भारी भीड़ मौजूद रही। डाइनामाइट न्यूज़ पर देखिए कैसी रही रैली में भीड़ और क्या है इस भीड़ के मायने



मेरठः उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मेरठ के दबथुआ में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल आज संयुक्त रैली की है। इस रैली में बड़ी मात्रा में भीड़ मौजूद रही। हर तरफ अखिलेश यादव के लिए नारे लग रहे थे। भारी भीड़ के कारण अखिलेश यादव को मंच तक पहुंचने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी।

रैली खत्म होने के बाद भी अखिलेश यादव को अपनी गाड़ी तक पहुंचने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। पार्टी के कार्यकर्ता उनसे मिलने के लिए मौजूद रहें, कार्यकर्ताओं में भी भारी जोश देखने को मिला।

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इस रैली को राजनीतिक नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है। इस गठबंधन से ये आशंका जताई जा रही है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दोनों का गठबंधन काफी सीटों पर प्रभाव डाल सकता है। इस रैली के दौरान अखिलेश यादव ने भाजपा पर कई तरह के हमले भी बोले। अब देखना ये होगा की ये गठबंधन और संयुक्त रैली क्या नतीजा लाएगी। 

इस रैली में अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगते रहे। जनता और कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखकर पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस रैली का बड़ा असर देखने को मिला है। दोनों नेताओं के भाषण और रैली में उमड़े जनसैलाब के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है।

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