यूपी में प्रवेश करना वाला था भटका चीता, इस तरह रेस्क्यू कर पहुंचया गया कूनो राष्ट्रीय उद्यान

डीएन ब्यूरो

मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान से हाल ही में भटके चीते को समीपवर्ती शिवपुरी जिले के करैरा के जंगल से वापस लाकर इस उद्यान में फिर से छोड़ दिया गया है। इसे उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने से पहले पकड़ लिया गया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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श्योपुर: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान से हाल ही में भटके चीते को समीपवर्ती शिवपुरी जिले के करैरा के जंगल से वापस लाकर इस उद्यान में फिर से छोड़ दिया गया है। इसे उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने से पहले पकड़ लिया गया। वन विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

इस महीने में यह दूसरी बार है जब ‘ओबान’ नाम के इस भटके चीते को पकड़ा गया है और कूनो राष्ट्रीय उद्यान में वापस लाया गया है। ‘ओबान’ नाम के इस चीते को अब ‘पवन’ नाम से भी जाना जाता है।

श्योपुर के वन मंडल अधिकारी प्रकाश कुमार वर्मा ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि ओबान शिवपुरी जिले के करैरा की ओर निकल गया था जहाँ से वह आगे बढ़ता जा रहा था।

उन्होंने कहा कि शनिवार शाम को हमारी टीम ने उसे बेहोश किया जिसके बाद उसे कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाकर शनिवार रात को करीब साढ़े नौ बजे छोड़ दिया गया है।

वर्मा ने बताया कि जब इस चीते को पकड़ा गया, तब वह उत्तर प्रदेश के झांसी की ओर बढ़ रहा था। उन्होंने कहा कि जिस समय इस चीते को पकड़ा गया, तब वह कूनो राष्ट्रीय उद्यान से करीब 150 किलोमीटर दूर था।

अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले भटके ओबान को शिवपुरी जिले के बैराड़ क्षेत्र के जंगल से सात अप्रैल को पकड़ा गया था और वहां से उसे लाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान के पालपुर के जंगल में वापस छोड़ा गया था।

मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नामीबिया से लाए गए पांच मादा और तीन नर चीतों को पिछले साल 17 सितंबर को अपने 72वें जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बाड़े में छोड़ा था। इनमें से एक ओबान नाम का यह चीता है।










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