हिंदी
लॉर्ड्स टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा ने जुझारू पारी खेली है। उनकी शानदार बल्लेबाजी से भले ही वो भारत को जीत नहीं दिला पाए, लेकिन आईसीसी रैंकिंग में उन्हें इसा फायदा जरूर मिला है।
रवींद्र जडेजा (सोर्स- सोशल मीडिया)
New Delhi: रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद से ही बहुत से फैंस के मन में ये ख्याल आने लगा था कि अब टीम इंडिया में रवींद्र जडेजा भी ज्यादा दिन के महमान नहीं है। वह भी जल्द ही संन्यास का ऐलान कर देंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। वह इंग्लैंड दौरे पर अपना कमाल दिखा रहे हैं। जिसका फल भी उन्हें मिल रहा है।
दरअसल, लॉर्ड्स टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा ने वो कमाल किया है, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। वह टीम इंडिया को जीत तो नहीं दिला पाए, लेकिन महफील लूट ली है। इंग्लैंड की जीत से ज्यादा चर्चे रवींद्र जडेजा के संयम की हो रही है। टीम के हार से सबसे ज्यादा निराश जडेजा ही नजर आ रहे थे। हालांकि, जुलाई 16 को आईसीसी ने नई टेस्ट रैंकिंग जारी की है। जहां पर जडेजा को बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने का फल मिला है।
बल्लेबाज और ऑलराउंडर दोनों ही रैंकिंग में जडेजा चमकते दिखाई दिए हैं। हालांकि, गेंदबाजी रैंकिंग में उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। बर्मिंघम टेस्ट मैच में 89 और नाबाद 69 रन बनाने वाले रवींद्र जडेजा ने लॉर्ड्स में भी धमाल मचाया है। जडेजा ने पहली पारी में 72 रन बनाए तो वहीं दूसरी पारी में नाबाद 69 रन बनाए। इसी वजह से उन्होंने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 5 स्थान की छलांग लगाई है।
RAVINDRA JADEJA IN TESTS RANKING:
Batting - 34
Bowling - 15
All Rounder - 1The MVP of Indian Test Cricket ⚔️ pic.twitter.com/cNQ869SbVX
— Johns. (@CricCrazyJohns) July 16, 2025
पहले 39वें नंबर पर नजर आ रहे जडेजा अब रैंकिंग में 34वें नंबर पर आ गए हैं। साथ ही उन्होंने दोनों मैचों में 1-1 विकेट हासिल किया है। जिसके कारण ही वो ऑलराउंडरों की रैंकिंग में पहले स्थान पर बने हुए हैं। जडेजा फिलहाल नंबर 2 पर मौजूद मेहदी हसन मिराज से 104 अंक आगे हैं। ऐसे में ये कहा जाना गलत नहीं होगा कि इंग्लैंड टेस्ट सीरीज जडेजा के लिए काफी शानदार बीत रही है।
वहीं, अगर बात गेंदबाजी रैंकिंग की करें तो रवींद्र जडेजा को 1 स्थान का नुकसान हुआ है। लॉर्ड्स टेस्ट मैच से पहले नंबर 14 पर नजर आ रहे जडेजा 1 स्थान के नुकसान के साथ नंबर 15 पर आ गए हैं। हालांकि, उनके पास मौका है कि वह बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी कमाल कर सकें। जिसका असर रैंकिंग में भी देखने मिल सकता है।