

विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
विराट कोहली (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है- अब चौथे नंबर पर कौन बल्लेबाजी करेगा? यह सवाल इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इस स्थान पर लंबे समय तक दो महान बल्लेबाजों सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली का दबदबा रहा है। तेंदुलकर ने अपनी बेहतरीन तकनीक और आक्रामक शैली से इस स्थान को सजाया, जबकि कोहली ने अपने बेहतरीन खेल और निरंतरता से इसे मजबूत किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, आने वाले इंग्लैंड दौरे पर यह सवाल और भी बड़ा हो जाता है। टीम इंडिया के पास कई विकल्प हैं, लेकिन सही खिलाड़ी चुनना चयनकर्ताओं के लिए चुनौतीपूर्ण काम होगा। आइए जानते हैं कि कोहली के बाद इस प्रतिष्ठित स्थान पर बल्लेबाजी के लिए कौन संभावित दावेदार हो सकते हैं।
संभावित दावेदार
1. श्रेयस अय्यर: श्रेयस अय्यर ने हाल के वर्षों में अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चौथे नंबर पर बेहतर प्रदर्शन किया है। उनके पास स्पिन और तेज गेंदबाजी के खिलाफ खेलने की उत्कृष्ट क्षमता है, जो उन्हें इंग्लैंड की परिस्थितियों में सफल बना सकती है।
2. हनुमा विहारी: टेस्ट क्रिकेट में हनुमा विहारी का अनुभव उनके पक्ष में जाता है। उन्होंने विदेशी दौरों पर संयमित और तकनीकी रूप से सुदृढ़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है। इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनकी रक्षात्मक तकनीक काम आ सकती है।
3. सूर्यकुमार यादव: सूर्यकुमार यादव का आक्रामक खेल शैली उन्हें एक मजबूत विकल्प बनाता है। भले ही उनका टेस्ट अनुभव कम है, लेकिन उनकी क्रीज़ पर उपस्थिति और शॉट चयन उन्हें एक मैच विजेता बना सकता है।
4. ऋषभ पंत: यदि टीम प्रबंधन आक्रामक दृष्टिकोण अपनाता है, तो ऋषभ पंत को चौथे नंबर पर भेजा जा सकता है। पंत ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ कुछ यादगार पारियां खेली हैं। हालांकि, उनका अस्थिर प्रदर्शन चिंता का विषय है।
5. यशस्वी जायसवाल: यशस्वी जायसवाल युवा हैं लेकिन उनकी तकनीकी क्षमता और मानसिक मजबूती उन्हें एक दीर्घकालिक विकल्प बना सकती है। उनके पास बड़ी पारियां खेलने का माद्दा है, जो उन्हें एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाता है।
चयन की चुनौती
चयनकर्ताओं के लिए यह निर्णय आसान नहीं होगा। कोहली की जगह भरना न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से बल्कि मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी चुनौतीपूर्ण होगा। टीम मैनेजमेंट को यह भी देखना होगा कि आने वाले इंग्लैंड दौरे की कठिन परिस्थितियों में कौन बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।