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सूर्या पर बदतमीजी पड़ी भारी! पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने क्रिकेटर यूसुफ को दिखाई औकात, PCB से की ये मांग

मोहम्मद यूसुफ द्वारा सूर्यकुमार यादव का नाम जानबूझकर गलत उच्चारण करने पर सभी चुप हैं। वहीं पाकिस्तानी लेखक और विश्लेषक ने यूसुफ के इस व्यवहार की आलोचना करते हुए उनके माफी न मांगने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
Post Published By: Mrinal Pathak
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सूर्या पर बदतमीजी पड़ी भारी! पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने क्रिकेटर यूसुफ को दिखाई औकात, PCB से की ये मांग

Dubai: एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए हाई-वोल्टेज मुकाबले ने जहां मैदान पर रोमांच दिखाया, वहीं उसके बाद का विवाद भी सुर्खियों में रहा। भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त दी, लेकिन मैच के बाद भारतीय खिलाड़ियों द्वारा हाथ मिलाने से इनकार किए जाने पर पाकिस्तान में सियासी और क्रिकेट जगत में हड़कंप मच गया।

क्यों चुप हैं पाकिस्तान के दिग्गज?

शाहिद अफरीदी और शोएब अख्तर जैसे पूर्व क्रिकेटर्स से लेकर कई नेताओं ने इस घटना को मुद्दा बनाते हुए भारत के खिलाफ जहर उगला। लेकिन जब उसी पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद यूसुफ ने भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, तब वही आवाजें अचानक खामोश हो गईं। जिसके बाद अब एक पाकिस्तानी ने ही यूसुफ को उसकी औकात दिखा दी है।

पाकिस्तानी विशेषज्ञ ने यूसुफ को दिखाई औकात

शकील चौधरी ने कहा कि मोहम्मद यूसुफ को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करते, तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को उन पर बैन लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूसुफ ने एक जानबूझकर की गई गलती की है और उन्हें एक जिम्मेदार पूर्व क्रिकेटर की तरह पेश आना चाहिए।

मोहम्मद यूसुफ और सूर्यकुमार यादव (Img: Internet)

PCB से की ये अपील

शकील चौधरी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से अपील की कि वह खिलाड़ियों के लिए आचार संहिता लागू करे और उन्हें सिखाए कि किस तरह का व्यवहार सार्वजनिक मंचों पर अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी, चाहे वह रिटायर्ड हो या सक्रिय, उनके बयानों का असर युवा पीढ़ी पर पड़ता है।

अफरीदी और शोएब अख्तर पर भी सवाल

चौधरी ने शाहिद अफरीदी की भाषा पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वह भले ही रिटायर्ड हों, लेकिन एक सीनियर खिलाड़ी के तौर पर उनके शब्दों का असर अन्य पर पड़ता है। उन्होंने शोएब अख्तर के पुराने बयान पहले कश्मीर जीतेंगे, फिर भारत और फिर गजवा-ए-हिंद को भी देश की छवि के लिए नुकसानदायक बताया।

धार्मिक भेदभाव की ओर इशारा

शकील चौधरी ने कहा कि मोहम्मद यूसुफ खुद इस्लाम अपनाने से पहले ईसाई थे और उनके साथ भी भेदभाव हुआ था। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि हिंदू क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने भी पाकिस्तान में धार्मिक भेदभाव का सामना किया था। उन्होंने कहा कि यह समय है जब पाकिस्तान को अपने खिलाड़ियों को सिखाना चाहिए कि उन्हें क्या बोलना है और क्या नहीं।

नफरत के लिए कोई जगह नहीं

शकील चौधरी का मानना है कि क्रिकेट को एकजुटता और खेल भावना का प्रतीक होना चाहिए, न कि धार्मिक या राजनीतिक नफरत का मंच। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर मोहम्मद यूसुफ माफी नहीं मांगते हैं, तो उन्हें प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।

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