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पिछले कुछ समय से कोहली का बल्ला शांत था, लेकिन आज की तूफानी पारी ने एक बार साबित कर दिया कोहली भारत के ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज है। विराट कोहली को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड से नवाजा गया।
विराट कोहली
New Delhi: पिछले कुछ समय से कोहली का बल्ला शांत था, लेकिन आज की तूफानी पारी ने एक बार साबित कर दिया कोहली भारत के ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज है। विराट कोहली को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनके शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड से नवाजा गया। इस मैच में किंग कोहली ने धमाकेदार शतकीय पारी खेली और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। इसी के साथ दाएं हाथ बल्लेबाज ने एक और उपलब्धि हासिल कर ली। वह घर में खेले गए अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में सबसे ज्यादा बार प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने वाले बल्लेबाज बन गए। इस मामले में उन्होंने सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया।
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तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में किंग कोहली ने अपने वनडे करियर का 52वां और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का 83वां शतक 102 गेंदों में पूरा किया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। वह घर में खेले गए अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में सबसे ज्यादा बार प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने वाले बल्लेबाज बन गए। उन्होंने 32वीं बार यह अवॉर्ड जीता।
इस मामले में दूसरे स्थान पर संयुक्त रूप से दक्षिण अफ्रीका के जैक्स कैलिस और भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं। दोनों ने 31 बार प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीता।
प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड जीतने के बाद कोहली ने कहा कि शुरुआत में पिच अच्छी थी, लेकिन 20-25 ओवर के बाद स्लो हो गई। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य बस खेल का आनंद लेना था। विराट ने कहा, 'मैंने सोचा ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। बस गेंद को देखो और खेल का मजा लो। यही वजह थी कि मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था।' कोहली ने साफ कहा कि वे बहुत ज्यादा नेट सेशंस में विश्वास नहीं करते। उन्होंने बताया कि उनकी तैयारी मानसिक स्तर पर होती है। उन्होंने आगे कहा, 'जब तक मैं मानसिक रूप से तेज हूं, फिट हूं और गेम को विज़ुअलाइज कर पा रहा हूं, तब तक सब ठीक है। जिस दिन शुरुआत मिलती है, रन अपने आप आते हैं।'