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IPL 2026 की नीलामी में गुजरात टाइटंस से बड़ी गलती हुई है। एक दिग्गज का मानना है कि टीम ने अपने मिडिल ऑर्डर को मजबूत करने में गलती की है। पिछले सीज़न में टीम का प्रदर्शन मुख्य रूप से टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज़ों पर निर्भर रहा, जबकि मिडिल ऑर्डर में अनुभवी खिलाड़ियों की कमी रही।
गुजरात टाइटंस (Img: Internet)
Ahmedabad: पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के सिलेक्टर रहे कृष्णमाचारी श्रीकांत का मानना है कि IPL 2026 की नीलामी में गुजरात टाइटन्स (GT) ने अपने मिडिल ऑर्डर को मजबूत करने में गलती की। श्रीकांत के अनुसार, पिछले सीज़न में GT की सफलता मुख्य रूप से उनके टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज़ों साई सुदर्शन, कप्तान शुभमन गिल और जोस बटलर की काबिलियत पर निर्भर थी। उन्होंने कहा कि टीम ने मिडिल ऑर्डर की कमजोरी पर ध्यान नहीं दिया, जो लंबे टूर्नामेंट में जोखिम भरा हो सकता है।
श्रीकांत ने विशेष रूप से इंग्लैंड के ऑलराउंडर लियाम लिविंगस्टोन का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि पिछले सीज़न में प्लेऑफ तक पहुंचने में GT ने टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज़ों के प्रदर्शन पर बहुत ज्यादा निर्भरता दिखाई। लिविंगस्टोन जैसी ऑलराउंड क्षमता वाली खिलाड़ी टीम के मिडिल ऑर्डर को मजबूती दे सकती थी। श्रीकांत ने यूट्यूब वीडियो में कहा, “मिडिल ऑर्डर की समस्या को नजरअंदाज करना GT की बड़ी गलती थी। लिविंगस्टोन उनके लिए परफेक्ट चॉइस होते।”
Gujarat Titans look locked, loaded and lethal for IPL 2026!
From Shubman Gill class to Rashid Khan magic and a power-packed squad around them - GT is set to do something big this season!#ShubmanGill #RashidKhan #GujaratTitans #ipl #ipl2026 #cricketlovers pic.twitter.com/ya5aIKni8B
— Dream Comparison (@dreamcomparison) December 18, 2025
नीलामी के दौरान GT ने कुल 5 स्लॉट भरे, जिनमें 4 विदेशी खिलाड़ी शामिल थे। टीम ने पृथ्वी राज यर्रा (₹30 लाख), ल्यूक वुड (₹75 लाख), अशोक शर्मा (₹90 लाख), टॉम बैंटन (₹2 करोड़) और जेसन होल्डर (₹7 करोड़) को खरीदा। हालांकि ये खिलाड़ी टीम के लिए मूल्यवान हो सकते हैं, लेकिन श्रीकांत के अनुसार, मिडिल ऑर्डर में अनुभव और गहराई जोड़ना ज़रूरी था, जो टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज़ों पर निर्भरता कम करता।
IPL 2025 में GT के टॉप-ऑर्डर बल्लेबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया। साई सुदर्शन ने 759 रन बनाए, गिल ने 650 रन और बटलर ने 538 रन बनाए। इसके अलावा, बाकी खिलाड़ियों का योगदान सीमित रहा। चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले शेरफेन रदरफोर्ड ने 11 पारियों में सिर्फ़ 291 रन बनाए। ऐसे में मिडिल ऑर्डर में अनुभवी खिलाड़ी की कमी साफ़ दिखी।
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श्रीकांत का सुझाव साफ है: “अगर GT मिडिल ऑर्डर में गहराई जोड़ते, तो टीम का प्रदर्शन और स्थिर होता। बड़े टूर्नामेंट में केवल टॉप-ऑर्डर पर निर्भर रहना जोखिम भरा है। टूर्नामेंट की सफलता के लिए मिडिल ऑर्डर में अनुभवी और ऑलराउंड खिलाड़ियों की अहमियत है।”