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अजिंक्य नाइक फिर से मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने हैं, लेकिन अब संगठन में नए पदों के लिए मुकाबला शुरू होने वाला है। उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव एमसीए के भविष्य को तय करेंगे।
अजिंक्य नाइक बने अध्यक्ष (Img: Internet)
Mumbai: अजिंक्य नाइक को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) के अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित किया गया है। किसी अन्य उम्मीदवार ने उनका मुकाबला नहीं किया, जिससे उनका रास्ता आसान हो गया। अजिंक्य को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शरद पवार दोनों का करीबी माना जाता है। उनका यह दूसरा कार्यकाल एमसीए की अध्यक्षता में अहम माना जा रहा है।
अजिंक्य नाइक के निर्विरोध चुने जाने के बाद अब एमसीए में उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष के पदों के लिए चुनाव आयोजित होंगे। उपाध्यक्ष पद के लिए जितेंद्र आव्हाड और नवीन शेट्टी के बीच मुकाबला होगा। सचिव पद के लिए शाह आलम शेख और डॉ. उन्मेष खानविलकर चुनाव लड़ रहे हैं। संयुक्त सचिव पद के लिए गौरव पयाडे और नीलेश भोसले के बीच प्रतिस्पर्धा होगी। वहीं, कोषाध्यक्ष पद के लिए अरमान मलिक उम्मीदवार हैं।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) के अध्यक्ष पद पर अजिंक्य नाइक बिना किसी विरोध के चुने गए हैं। अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले सभी उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए, जिसके बाद अजिंक्य नाइक अध्यक्ष चुने गए।@MumbaiCricAssoc #MCA #AjinkyaNaik #CricketNews pic.twitter.com/0kXmtZxsEM
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 10, 2025
अजिंक्य नाइक का एमसीए में सफर लगातार प्रगति का रहा है। उन्होंने 2019 से 2022 तक कार्यकारी सदस्य के रूप में काम किया। इसके बाद 2022 से 2024 तक सचिव पद संभाला। 2024-25 में उन्होंने मुंबई क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के रूप में अपनी छवि बनाई। 23 जुलाई, 2024 को वे सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने थे। उस समय उन्होंने संजय नाइक को हराया था।
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अजिंक्य नाइक को 2024 में 221 मत मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी संजय नाइक को 114 मत प्राप्त हुए थे। संजय नाइक को मुंबई भाजपा प्रमुख और बीसीसीआई के पूर्व कोषाध्यक्ष आशीष शेलार का समर्थन प्राप्त था। इसके बाद से अजिंक्य ने एमसीए में अपने प्रभाव और नेतृत्व की ताकत को और मजबूती दी।
एमसीए में चुनावी समीकरण में राजनीतिक समीकरण भी महत्वपूर्ण रहे हैं। मिलिंद नार्वेकर, जो उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाते हैं, उपाध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार थे, लेकिन उन्होंने बाद में अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। भाजपा एमएलसी प्रसाद लाड ने भी अपना नाम वापस लिया। ऐसे में अब शरद पवार गुट के जितेंद्र आव्हाड का मुकाबला नवीन शेट्टी से होगा।
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निर्विरोध चुने जाने के बाद अजिंक्य नाइक ने कहा कि उन्हें यह दूसरा मौका मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शरद पवार की वजह से मिला है। उन्होंने एमसीए को एक परिवार बताते हुए कहा कि झगड़े और चुनाव होते रहते हैं, लेकिन सब मिलकर काम करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सीएम फडणवीस ने नए वानखेड़े स्टेडियम के निर्माण का दावा किया है और इसके लिए एमसीए प्रयास करेगा।