

दिल्ली सरकार के सेवा विभाग ने बीते दिन महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव की घोषणा की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार ने बीते दिन यानी 6 मई को आईएएस अधिकारियों के बीच बड़े स्तर पर स्थानांतरण और तैनाती के आदेश जारी किए गए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, इन आदेशों के तहत दिल्ली जल बोर्ड के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में कौशल राज शर्मा को नियुक्त किया गया है। शर्मा, जो यूपी कैडर के 2006 बैच के अधिकारी हैं, अब दिल्ली जल बोर्ड के प्रमुख होंगे और उनकी जिम्मेदारी सरकारी जल आपूर्ति और संबंधित बुनियादी ढांचे के संचालन पर केंद्रित होगी।
दिल्ली सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, अनिल कुमार सिंह, जो पहले प्रधान सचिव , प्रमुख सचिव और प्रमुख सचिव के पद पर कार्यरत थे, अब दिल्ली जल बोर्ड के CEO के रूप में कार्य करेंगे। इसके अलावा, वे पर्यावरण और वन विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी संभालेंगे। सिंह को अब सचिव के अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
इसके अलावा, शिल्पा शिंदे, जो 2006 बैच की आईएएस अधिकारी हैं, उन्हें अब सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। वे अनिल कुमार सिंह के स्थान पर यह जिम्मेदारी निभाएंगी।
इस फेरबदल के बारे में उप सचिव भैरव दत्त ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि यह कदम दिल्ली सरकार के प्रशासनिक कार्यों को अधिक प्रभावी और कुशल बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। नई नियुक्तियों के बाद, अधिकारियों के बीच समन्वय और कार्यों की गति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
दिल्ली जल बोर्ड के CEO के रूप में कौशल राज शर्मा की नियुक्ति से न केवल जल बोर्ड के कार्यों में सुधार की संभावना है, बल्कि यह नियुक्ति दिल्ली सरकार के जल आपूर्ति और पर्यावरणीय प्रबंधन के लिए भी अहम मानी जा रही है। शर्मा के पास सरकारी विभागों में विभिन्न प्रशासनिक कार्यों का व्यापक अनुभव है और उन्हें उम्मीद जताई जा रही है कि वे इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को पूरी जिम्मेदारी और समर्पण के साथ निभाएंगे। यह स्थानांतरण आदेश दिल्ली के उपराज्यपाल की मंजूरी के बाद प्रभावी हो गए हैं, और दिल्ली सचिवालय द्वारा जारी किए गए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर के रूप में उनकी पहली पोस्टिंग पीलीभीत में हुई थी। इसके बाद वे अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण आयुक्त भी रहे। इसके बाद उन्होंने यूपी इंफ्रा और आईडीसी में विशेष सचिव की भूमिका निभाई। वर्ष 2013 से वर्ष 2015 तक अलग-अलग समय पर वह मुजफ्फरनगर और प्रयागराज के डीएम रहे। फिर वह कानपुर नगर के डीएम बने। वर्ष 2017 में योगी सरकार आने के बाद वह लखनऊ में डीएम रहे। करीब ढाई साल बाद उनका तबादला लखनऊ से वाराणसी हो गया। फिर वह अलग-अलग समय पर 6 साल तक जिलाधिकारी वाराणसी और मंडलायुक्त के पद पर कार्यरत रहे। 21 अप्रैल को ही उन्हें सीएम का सचिव नियुक्त किया गया।