

सोने-चांदी की कीमत में भारी उछाल हुआ है, चांदी और सोने में एक-एक लाख का आंकड़ा पार होने से बाजार में हड़कंप मच गया है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
सोना-चांदी की कीमतों में उछाल
वाराणसी: बाजार में एक बार फिर सोने-चांदी की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। गुरुवार को वाराणसी में चांदी का भाव ₹1,02,650 प्रति किलो तक पहुंच गया, जबकि सोना ₹1,00,900 प्रति 10 ग्राम के स्तर तक आ गया। यह पहला मौका नहीं है जब चांदी और सोने के दामों में इतनी बड़ी छलांग देखी गई हो, लेकिन इस बार की तेजी ने आम ग्राहकों के साथ-साथ व्यापारियों और निवेशकों को भी चौंका दिया है।
दर्ज आंकड़ों के अनुसार, 31 मई को चांदी का भाव ₹98,550 प्रति किलो और सोने का भाव ₹98,500 प्रति 10 ग्राम था। इसके बाद दो दिनों तक बाजार बंद रहा। जब 2 जून को बाजार दोबारा खुला, तो चांदी ने पहली बार ₹1,00,000 का आंकड़ा पार कर दिया। इस ऐतिहासिक छलांग ने बाजार में हलचल मचा दी। वहीं सोना भी ₹1,00,400 प्रति 10 ग्राम के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
दो जून को जब चांदी पहली बार लखटकिया हुई, तो बाजार में एक पल के लिए सन्नाटा छा गया। ग्राहकों की खरीदी में थोड़ी कमी आई, लेकिन निवेशकों के लिए यह बड़ा मौका बन गया।
प्रतीकात्मक छवि (फाटो सोर्स- इंटरनेट)
सोने-चांदी की कीमतों में यह बढ़ोतरी वैश्विक बाजार के उतार-चढ़ाव, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति और जियो-पॉलिटिकल तनावों के चलते हुई है। इसके अलावा, मांग और आपूर्ति के बीच बढ़ती खाई भी कीमतों को ऊपर धकेल रही है। शादी-ब्याह का सीजन और आगामी त्योहारी समय भी इसके पीछे प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं।
जानकारों का मानना है कि अगर यही रुझान जारी रहा तो इस साल के अंत तक चांदी ₹1,25,000 प्रति किलो और सोना ₹1,10,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
जहां आम ग्राहकों को इन बढ़ी कीमतों से चिंता हो रही है, वहीं निवेशकों की उम्मीदें और मुनाफे की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। कुछ निवेशकों ने इसे 'लंबी अवधि का सुनहरा मौका' बताया है। हालांकि, स्वर्णकार दुकानदारों के अनुसार फुटकर बिक्री में थोड़ी गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन बुकिंग और निवेश के ऑर्डर लगातार बढ़ रहे हैं।
इस तरह, सोने-चांदी की कीमतों में यह भारी उछाल आर्थिक और सामाजिक दोनों ही दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले हफ्तों में बाजार किस दिशा में आगे बढ़ता है।