

ईरान और इस्राइल के बीच जारी तनावपूर्ण हालातों के बीच ईरान के मशहद शहर में फंसे लखनऊ के कुछ वापिस अपने घर आ गए है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
ईरान में फंसे यूपी के कई लोग लौटे स्वदेश
नई दिल्ली: ईरान और इस्राइल के बीच जारी तनावपूर्ण हालातों के बीच ईरान के मशहद शहर में फंसे लखनऊ के 18 जायरीन सहित कुल 28 लोगों का ग्रुप शनिवार शाम करीब 5 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर सकुशल पहुंच गया। तीन दिनों की चिंता और अनिश्चितता के बाद इन जायरीन की वतन वापसी से उनके परिवारों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, यह ग्रुप 27 मई को लखनऊ से बनारस के मौलाना सैयद नदीम असगर रिजवी के नेतृत्व में मेहंदी टूर एंड ट्रैवल्स के माध्यम से जियारत के लिए ईराक रवाना हुआ था। ईराक में धार्मिक स्थलों की यात्रा पूरी करने के बाद 9 जून को यह ग्रुप ईरान पहुंचा। उन्हें 18 जून को तेहरान से दिल्ली लौटना था, लेकिन इसी बीच ईरान-इस्राइल युद्ध जैसे हालात बन गए और सभी लोग कुम शहर में फंस गए।
जंग के माहौल और यात्रा ओं के कारण इन जायरीन की स्थिति अनिश्चित हो गई थी। भारतीय दूतावास को जब इस ग्रुप की जानकारी दी गई, तो दो दिन पहले इनकी पूरी सूची सौंप दी गई। इसके बाद दूतावास ने सक्रियता दिखाई और तीन दिन पूर्व सभी को अपनी निगरानी में ले लिया। मौलाना नदीम ने बताया कि शनिवार सुबह स्पष्ट कर दिया गया था कि शाम तक सभी लोग दिल्ली पहुंच जाएंगे।
इस ग्रुप में शामिल लखनऊ के ठाकुरगंज निवासी डॉ. आजिल अब्बास जैदी की पत्नी समन यूसुफ ने फोन पर बताया कि वह शनिवार शाम 5:30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंच गई हैं और रविवार सुबह तक बस से लखनऊ लौटने की उम्मीद है।
लखनऊ के जिन 18 जायरीन की सकुशल वापसी हुई, उनमें शामिल हैं:
रियाजुल हसन, फातिमा मरियम, हाशमी बानो रिजवी, रईस बानो रिजवी, नाजनीन बानों रिजवी, कनीज, खुशनूद, तासकीन हैदर, फरजाना मिर्जा, रूही बेगम, फरहा, हुमा फातिमा, अजहर अब्बास मुसवी, रजिया अजमत, आशिफ सैयद हसन, समन यूसुफ, शहाना रिजवी, सामिया यूसुफ।
वहीं लब्बैक टूर एंड ट्रैवल्स के माध्यम से 19 जायरीन का दूसरा ग्रुप भी 27 मई को जियारत के लिए गया था। ये सभी लोग भी ईराक और ईरान में यात्रा कर रहे थे और युद्ध के चलते कुम में फंस गए।
ग्रुप की अगुवाई कर रहे इरफान हुसैन ने बताया कि सभी जायरीन भारतीय दूतावास की निगरानी में मशहद के एक होटल में सुरक्षित हैं। दूतावास की ओर से शनिवार देर रात या रविवार सुबह तक भारत वापसी का आश्वासन दिया गया है। परिवारों को इनकी वापसी की उम्मीद की किरण नजर आई है।
अली कमाल, अनाबिया, बाकर, इरफान, कनीज, लाइका, मोहम्मद हुसैन, निघत, रोशन, शाहीन, सबा, सादात, नफीस, सीमा, सकीला, तहरीर फातिमा, रईस, सानिया और जफर।
पहले ग्रुप की सकुशल वापसी ने राहत दी है, लेकिन दूसरे ग्रुप की वतन वापसी का इंतज़ार अभी भी तनाव में डूबे परिवारों के लिए चुनौती बना हुआ है। सभी की निगाहें भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय की सक्रियता पर टिकी हैं। क्या सभी सुरक्षित लौट पाएंगे? यह आने वाला समय बताएगा।