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राजस्थान के भीलवाड़ा में रविवार को आपसी रिश्तों को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने समाज को सोचने के लिए मजबूर कर दिया।
भीलवाड़ा: खून-पसीना बहाकर एक पिता अपनी बेटी को बड़ा करते वक्त सोचता है कि वह समाज में उसका मान बढ़ायेगी लेकिन जब वही बेटी समाज में पिता को कलंकित कर दे तो माता-पिता के सपने टूटकर रह जाते हैं।
ऐसा ही एक मामला भीलवाड़ा जिले के आसींद उपखंड के सरेरी गांव में सामने आया है। जहां रहने वाले भैरू लाल जोशी ने अपनी पुत्री पूजा की शादी धूमधाम से लाखों रूपए खर्च करके गांव में रहने वाले संजय तिवाड़ी से करवायी थी।
जीवित पुत्री के नाम छपाया शोक संदेश
शादी के कुछ ही दिनों बाद पूजा अपने पति संजय तिवाड़ी के ही एक रिश्तेदार सूरज तिवाड़ी के साथ प्रेम करने लगी और घर छोड़कर उसके साथ लव मैरिज कर ली। इसके बाद जब पूजा को पुलिस थाने लेकर आयी तो उसने अपने पिता के खिलाफ ही बयान दे दिए।
पिता ने पुत्री के नाम छपाई शोक पत्रिका
इससे आहत होकर पिता भैरू लाल जोशी ने अपनी जीवित बेटी को मृत समझकर उसके नाम की शोक पत्रिका छपवा दी। इसके साथ घर के बाहर भी 12 दिनों की एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है।
पिता ने शोक पत्रिका में छपवाया – अत्यन्त दु:ख के साथ सूचित किया जाता है कि भैरूलाल जोशी की सुपुत्री पुजा बाई का विवाह दिनांक 25 अप्रैल 2025 को हुआ है। जो कि विवाह पश्चात दिनांक 29 जुलाई 2025 को चली गई है। इसलिए हमारे परिवार के लिए वह स्वर्गवास हो गई जिसका द्वादसा दिनांक 10 अगस्त रविवार को रखा गया है।
शोक पत्रिका छपवाने वाले पिता भैरू लाल जोशी ने कहा कि मेरी बेटी जब थाने में बयान देने आयी तो उसने हमारे खिलाफ बयान दर्ज करवाये। जिसके कारण हमने उसे मृत समझ लिया और यह शोक पत्रिका छपवा दी।
ऐसे में अब ऐसे कदम उठाने वाली युवतियों के पिता समाज में उनके नाम की जीवित शोक पत्रिका छपवा रहे है। जिससे की अन्य बेटियों को संदेश जाए कि परिवार के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह करना कितना भारी पड़ सकता है।