

पीएम मोदी ने दिल्ली के रोहिणी में रोड शो भी किया और एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा
रोहणी में जनता को संबोधित करते पीएम नरेन्द्र मोदी Image (Internet)
नई दिल्ली: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के रोहिणी में आयोजित एक कार्यक्रम में संबोधन के दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सिर पर संविधान रख कर नाचने वालों ने संविधान को कुचला था।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग सिर पर संविधान रखकर चलने का ढ़ोंग करते हैं, वे लोग संविधान को कैसे कुचलते थे और बाबासाहेब की भावनाओं को कैसे दगा देते थे, उनकी सच्चाई बताने जा रहा हूं।
उन्होंने कहा कि सफाईकर्मी भाई-बहनों के लिए दिल्ली में पहले खतरनाक कानून था और बताया कि पहले दिल्ली में एक ऐसा कानून लागू था, जो बिना सूचना के काम पर न आने वाले सफाईकर्मियों को जेल भेजने की अनुमति देता था।
उन्होंने आगे कहा, "दिल्ली म्युनिसिपल कॉरपोरेशन एक्ट में एक बात लिखी थी, यदि कोई सफाईकर्मी मित्र बिना बताए काम पर नहीं आता, तो उसे एक महीने के लिए जेल में डाला जा सकता था। खुद सोचिए, सफाई कर्मियों को ये लोग क्या समझते थे। एक छोटी सी गलती के कारण क्या आप उन्हें जेल में डाल देंगे?"
पीएम ने कहा कि आज जो सामाजिक न्याय की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उन्होंने ऐसे कई कानून देश में बनाए रखे हुए थे। यह मोदी है, जो इस तरह के गलत कानूनों को खोज-खोजकर खत्म कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ऐसे सैकड़ों कानूनों को समाप्त किया है और यह अभियान लगातार जारी है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे लिए रिफॉर्म का मतलब सुशासन का विस्तार है, इसलिए हम रिफॉर्म पर बल दे रहे हैं। आने वाले समय में हम बड़े-बड़े रिफॉर्म करने वाले हैं, ताकि जीवन और बिजनेस सब कुछ आसान हो।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अगस्त का महीना आजादी और क्रांति का प्रतीक है और ऐसे समय में राजधानी दिल्ली विकास क्रांति की साक्षी बन रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नई सड़क परियोजनाओं से दिल्ली, गुरुग्राम और पूरे एनसीआर में लोगों की आवाजाही आसान होगी. अब ऑफिस, फैक्टरियों और कारोबार के लिए आना-जाना पहले से अधिक सहज होगा।
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी उपस्थित रहे।