

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधायक पूजा पाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा उन्हें मोहरा बनाकर सपा के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि पूजा पाल बताएं उन्हें किससे जान का खतरा है, क्योंकि हाल ही में वे मुख्यमंत्री योगी से मिली थीं। अखिलेश ने भाजपा पर दलित इंजीनियर की पिटाई जैसे अमर्यादित कृत्यों का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा 2027 की हार से डरी हुई है। वहीं, सपा प्रदेश अध्यक्ष ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पूजा पाल के आरोपों की जांच की मांग की है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव
Lucknow: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधायक पूजा पाल के उस बयान पर कड़ा जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी जान को खतरा है और अगर उन्हें कुछ हुआ, तो इसके लिए सपा और अखिलेश यादव जिम्मेदार होंगे। रविवार को सपा मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए, अखिलेश ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह पूजा पाल को एक मोहरा बनाकर सपा के खिलाफ दुष्प्रचार करवा रही है।
पूजा पाल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उन्हें किससे खतरा महसूस हो रहा है। अखिलेश यादव ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा, "कुछ दिन पहले तो उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी, तो अब यह जानना जरूरी है कि उन्हें असल में खतरा किससे है?" उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा विपक्ष को बदनाम करने के लिए हर संभव तरीका अपना रही है।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनके नेता निराशा में अमर्यादित हरकतें कर रहे हैं। उन्होंने बलिया की एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि वहां बिजली विभाग के एक दलित इंजीनियर को भाजपा नेताओं ने जूतों से पीटा, जो कि बेहद निंदनीय है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "2027 में भाजपा की हार तय है, और कुछ समय बाद इन नेताओं के हाथ में जूता ही नजर आएगा।"
जब अखिलेश यादव से पूछा गया कि क्या वे बिहार में इंडिया गठबंधन की "वोटर अधिकार यात्रा" में भाग लेंगे, तो उन्होंने कहा कि यह यात्रा गठबंधन की है और वे इसमें जरूर शामिल होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम जल्द ही जारी किया जाएगा।
सपा प्रदेश अध्यक्ष ने गृहमंत्री अमित शाह को पूजा पाल के आरोपों के बारे में एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने यह मांग की है कि पूजा पाल को किससे खतरा है, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सपा ने पूजा पाल का मुश्किल समय में साथ दिया था, इसलिए अब इस तरह के आरोप गंभीर हैं और उनकी जांच की मांग पूरी तरह से जायज़ है।