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राजस्थान के शाहपुरा में गुरुवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा बनाई जा रही है पानी की टंकी को लेकर विवाद छिड़ गया है। प्रदर्शनकारी काम रोकने की मांग को लेकर धरने पर बैठे है। दूसरी तरफ अभियांत्रिकी विभाग ने काम यथावत रखने के निर्देश दिए हैं।
शाहपुरा में पाटी की टंकी को विवाद
Shahpura: नगर के महलों के चौक के अंदर स्थित पुराने राजकीय विद्यालय परिसर में बन रही पानी की टंकी को लेकर विवाद गहरा गया है। बुधवार दोपहर से ही राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना तथा आर्य समाज शाहपुरा के प्रतिनिधि वहां पर मौजूद है तथा कार्य बंद करने की मांग कर रहे हैं। इसके बाद गुरुवार सुबह जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता मयंक शर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी पहुंचे और उन्होंने ठेकेदार से कार्य यथावत रखने के निर्देश दिए।
इस दौरान दो थानों का पुलिस जाब्ता भी मौजूद है। उधर शाहपुरा राज परिवार के जय सिंह तथा राष्ट्रीय राजपूत करणी सेवा के बबलू सिंह द्वारा निर्माण को रोके जाने की मांग की जा रही है। वहीं पीएचईडी के अधिकारियों ने बताया कि सरकारी आदेशों से यह निर्माण हो रहा है तथा कार्य नहीं रोका जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि टंकी का लगभग 90% कार्य पूरा हो चुका है, केवल लाइन बिछाना और छत बनाना बाकी है, इसलिए निर्माण रोकना संभव नहीं है।
निर्माण स्थल पर धरने पर बैठी महिलाएं
वही शाहपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के राजेश आर्य ने बताया कि निर्माण स्थल के पास जो महिलाएं पुरुष बैठे हुए हैं उन्होंने धरने को लेकर किसी तरह की कोई स्वीकृति नहीं ली है वहीं अगर पीएचइडी विभाग द्वारा कोई रिपोर्ट दी जाती है तो उस पर कार्यवाही की जाएगी।
पीएचईडी के अनुसार इस टंकी से करीब साढ़े तीन हजार घरों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित होगी और क्षेत्र की वर्षों पुरानी पेयजल समस्या का समाधान हो जाएगा। दूसरी ओर, शाहपुरा के पूर्व राज परिवार के जय सिंह और राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के बबलू सिंह निर्माण रोकने की मांग पर अड़े हैं। पीएचईडी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह निर्माण सरकारी आदेशों के तहत हो रहा है और कार्य नहीं रोका जाएगा।
मौके पर दो थानों का पुलिस बल भी तैनात है। शाहपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश आर्य ने बताया कि निर्माण स्थल के पास बैठे प्रदर्शनकारियों ने धरने के लिए कोई स्वीकृति नहीं ली है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि पीएचईडी विभाग द्वारा कोई रिपोर्ट दी जाती है, तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।