

मंगलवार को झारखंड प्रदेश कांग्रेस भवन में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने जनता दरबार लगाकर राज्यवासियों के स्वास्थ्य संबंधी मसलों को सामने रखा। इस दौरान करीब 97 लोग अपनी-अपनी समस्याएँ लेकर पहुंचे। उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवाकर काउंटर पर अपना नंबर लिया और व्यक्तिगत रूप से मंत्री के सामने अपनी तकलीफ बयां की।
स्वास्थ्य मंत्री जनता दरबार
Ranchi: सोमवार को झारखंड प्रदेश कांग्रेस भवन में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने जनता दरबार लगाकर राज्यवासियों के स्वास्थ्य संबंधी मसलों को सामने रखा। इस दौरान करीब 97 लोग अपनी-अपनी समस्याएँ लेकर पहुंचे। उन्होंने रजिस्ट्रेशन करवाकर काउंटर पर अपना नंबर लिया और व्यक्तिगत रूप से मंत्री के सामने अपनी तकलीफ बयां की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुतापबिक, डॉ. अंसारी ने सभी समस्याएँ गंभीरता से सुनी और त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए संबंधित अधिकारियों को अनुशासनहीनता या लापरवाही के खिलाफ कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में कमी और कर्मचारियों की सुस्ती सहनीय नहीं है। उनका कहना था कि जनता का भरोसा बचाए रखना प्राथमिकता है।
जनता दरबार में सामने आई कुछ प्रमुख समस्याओं में ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं की कमी, स्वास्थ्य के साथ-साथ दवा की अनुपलब्धता, चिकित्सक की तैनाती और स्वास्थ्य केंद्रों में साफ-सफाई की कमी जैसी दर्जनों शिकायतों पर मंत्री ने तुरंत कार्यवाही का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं और एक सप्ताह के भीतर प्राथमिक स्तर पर सुधार की समीक्षा की जाएगी।
दरबार के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें मंत्री मेडिया के सामने उनके पुत्र कृष अंसारी की भावुकता दिखाई दी। फिलहाल कृष का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह रिम्स अस्पताल में नजर आए थे और भाजपा नेताओं ने उन पर निशाना साधा था।
डॉ. अंसारी ने इस वीडियो को लेकर कहा कि उनका बेटा बेवजह निशाने पर आया है क्योंकि वे “पिछड़े और मुसलमान” होने के कारण बीजेपी की आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “कृष ने कुछ गलत नहीं किया, फिर भी उन्हें विवाद में घसीटा गया।” कृष की आंखों में आंसू छलकते देख मंत्री ने भावनाओं को व्यक्त किया।
इस वीडियो में झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर भी मौजूद थे, जिन्होंने कृष को समझाया और हिम्मत देने की कोशिश की। उन्होंने कहा, "तुमने कोई गलती नहीं की है, हिम्मत रखो।" वित्त मंत्री की यह सलाह सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और इसे सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों में राजनीतिक बहस का मुद्दा बन गया है।
मंत्री अंसारी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता जनता की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का शीघ्र समधान और परिवार की सुरक्षा है। उन्होंने अमन-चैन की अपील की और कहा कि विवादित स्थिति में भी उन्हें आश्वस्त होना चाहिए। उन्होंने अंत में कहा: “इस दरबार में आए सभी व्यक्ति उनकी अपेक्षाएं लेकर आए हैं। प्रत्येक शिकायत की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए हमारे पास विशेष योजना है और इसके लिए सभी अधिकारी जिम्मेदार होंगे।”
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