

श्री गणेश चतुर्थी पर नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धा और भक्ति का माहौल है। पंडाल सजाए गए हैं, मूर्तियों की भारी मांग है। बाजारों में रौनक है और श्रद्धालु पूजन सामग्री व गणपति वस्त्रों की खरीदारी में जुटे हैं।
घरों और पंडालों में विराजे गणराज
Dehradun: श्री गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में भक्ति और उल्लास का माहौल बना हुआ है। जैसे-जैसे त्योहार नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे वातावरण गणपति बप्पा की भक्ति से सराबोर होता जा रहा है। जगह-जगह घरों के साथ-साथ सार्वजनिक स्थलों पर भी भव्य पंडाल सजाए गए हैं, जहां भगवान गणेश की स्थापना की जा रही है।
श्रद्धालु बड़ी श्रद्धा के साथ पंडालों में गणराज को विराजमान कर रहे हैं और विधिवत पूजा-अर्चना कर रहे हैं। रात्रि में आरती और भजन-कीर्तन का आयोजन वातावरण को और भी भक्तिमय बना रहा है।
नगर क्षेत्र हो या ग्रामीण अंचल, हर ओर भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। लाल थप्पड़ क्षेत्र से आए श्रद्धालु आकांक्षा ने बताया कि वे अपने मोहल्ले में भगवान गणेश की स्थापना के लिए प्रतिमा लेने पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि गणेश जी की पूजा-अर्चना से सुख-समृद्धि और क्षेत्र की खुशहाली की कामना की जाएगी।
वहीं दूसरी ओर, ऋषिकेश रोड स्थित मूर्तिकारों के कार्यस्थल पर भी चहल-पहल देखने को मिल रही है। यहां मूर्तिकार विद्या देवी अपने परिवार के साथ भगवान गणेश की मूर्तियों को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। उन्होंने बताया कि इस बार लगभग 500 प्रतिमाएं तैयार की गई थीं, जिनमें से अधिकांश बिक चुकी हैं। कुछ विशेष प्रतिमाएं श्रद्धालुओं द्वारा पहले से बुक की गई हैं, जिन्हें बुधवार को वितरित किया जाएगा।
गणपति बप्पा के स्वागत में पूरा शहर भक्तिमय, पंडालों में गूंज रहे जयकारे, प्रेम और आस्था के रंगों से सराबोर हुआ हर कोना। #GaneshChaturthi2025 #GaneshFestival #IndianFestivals pic.twitter.com/ETFkhK0qiX
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) August 26, 2025
गणेश चतुर्थी को लेकर बाजारों में भी जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। श्रद्धालु न केवल भगवान गणेश की मूर्तियों की खरीदारी कर रहे हैं, बल्कि पूजा सामग्री, वस्त्र, श्रृंगार, कलश, फूल, मिठाइयाँ, और प्रसाद के लिए जरूरी सामग्री भी जुटा रहे हैं व्यापारियों का कहना है कि त्योहार के कारण बिक्री में अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है। विशेष रूप से सजावटी आइटम्स, गणपति जी के वस्त्र और पूजा थालियों की काफी मांग देखी जा रही है।
गणेश चतुर्थी से शुरू होकर अनंत चतुर्दशी तक श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कहीं भजन संध्या, तो कहीं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं, रंगोली सज्जा और पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुतियाँ की जाएंगी। इन आयोजनों में बड़ी संख्या में युवा, महिलाएं और बच्चे भाग ले रहे हैं, जिससे समाज में एकजुटता और सांस्कृतिक चेतना का संचार हो रहा है।