

गुरुग्राम में यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव के घर पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। गुरुग्राम पुलिस की क्राइम यूनिट ने इस मामले में दूसरे आरोपी जतिन (24 वर्ष) को फरीदाबाद की पर्वतीय कॉलोनी से गिरफ्तार किया है। इससे पहले, फरीदाबाद पुलिस ने इशांत उर्फ गांधी नामक आरोपी को मुठभेड़ के बाद पकड़ा था।
एल्विश यादव फायरिंग केस (फोटो सोर्स गूगल)
New Delhi: गुरुग्राम में यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव के घर पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। गुरुग्राम पुलिस की क्राइम यूनिट ने इस मामले में दूसरे आरोपी जतिन (24 वर्ष) को फरीदाबाद की पर्वतीय कॉलोनी से गिरफ्तार किया है। इससे पहले, फरीदाबाद पुलिस ने इशांत उर्फ गांधी नामक आरोपी को मुठभेड़ के बाद पकड़ा था।
गिरफ्तार किए गए जतिन ने उन बदमाशों को मोटरसाइकिल मुहैया कराई थी, जिन्होंने फायरिंग की थी। वह पिछले दो महीनों से गुरुग्राम में रैपिडो पर बाइक चला रहा था और सवारियों को ले जाने का काम कर रहा था। पुलिस की पूछताछ में जतिन ने बताया कि उसने फायरिंग में शामिल बदमाशों की किस तरह मदद की। पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने फरीदाबाद से इशांत उर्फ गांधी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के दौरान क्राइम ब्रांच और आरोपी के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें इशांत के पैर में गोली लग गई। उसे इलाज के बाद पुलिस की हिरासत में ले लिया गया।
17 अगस्त की सुबह लगभग 5 बजे, एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित घर पर बाइक सवार बदमाशों ने 10-12 राउंड फायरिंग की। उस वक्त एल्विश घर पर नहीं थे, लेकिन उनके परिवार के सदस्य वहां मौजूद थे। फायरिंग की आवाज सुनकर पूरे परिवार में दहशत फैल गई। घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई, जिसके बाद जांच शुरू कर दी गई।
कुख्यात भाऊ गैंग ने फायरिंग की जिम्मेदारी ली है। गैंग के सदस्यों, नीरज फरीदपुर और भाऊ रितौलिया, ने सोशल मीडिया पर यह दावा किया कि उन्होंने एल्विश यादव पर हमला इसलिए किया क्योंकि एल्विश ने बेटिंग ऐप्स का प्रमोशन करके कई लोगों की जिंदगी बर्बाद की है। उनका कहना है कि अब एल्विश को इसके लिए कीमत चुकानी होगी।
पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और अन्य डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने संकेत दिए हैं कि जल्द ही और भी आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है। इस सनसनीखेज फायरिंग कांड ने न केवल यूट्यूबर की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि सोशल मीडिया पर की गई गतिविधियां आज अपराध की एक बड़ी वजह बन सकती हैं।