Bijnor: कालागढ़ डैम से आज छोड़ा जा रहा 10,000 क्यूसेक पानी, रामगंगा बांध में बढ़ रहा जलस्तर

पहाड़ों पर लगातार बारिश के कारण बिजनौर के कालागढ़ डैम से आज 10,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा। रामगंगा बांध में जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने चेतावनी जारी की है और लोगों से सतर्क रहने को कहा है। शाम 4 बजे से पानी छोड़ा गया।

Updated : 5 September 2025, 4:26 PM IST
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Bijnor: पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के कारण रामगंगा बांध में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इस स्थिति को देखते हुए बिजनौर के कालागढ़ डैम से आज लगभग 10,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। रामगंगा बांध के अधिकारियों ने जलस्तर नियंत्रण के लिए यह निर्णय लिया है और साथ ही क्षेत्रवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी भी जारी की है। अधिकारियों के अनुसार, शाम लगभग 4:00 बजे से पावर हाउस के माध्यम से 3,655 क्यूसेक और स्पिव वे के माध्यम से 6,345 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।

बिजनौर में नदियाँ और नाले उफान पर

पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी बारिश से इलाके के कई नदियाँ और नाले उफान पर हैं, जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। इससे निपटने के लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। रामगंगा बांध में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और यह स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। इसलिए सुरक्षा के लिहाज से पानी छोड़ना आवश्यक माना जा रहा है ताकि बांध की संरचनात्मक सुरक्षा बनी रहे और डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में अचानक बाढ़ न आए।

कालागढ़ डैम से छोड़े जाने वाले पानी का असर बिजनौर के निचले इलाकों पर पड़ेगा, इसलिए स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और नदी के किनारे या निचले इलाकों में जाने से बचने की अपील की है। साथ ही बचाव दल और पुलिस को भी तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। प्रशासन ने क्षेत्रवासियों से आग्रह किया है कि वे सरकारी निर्देशों का पालन करें और किसी भी असामान्य स्थिति के लिए तुरंत सूचित करें।

पिछले कुछ दिनों से पहाड़ों पर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण रामगंगा समेत आसपास के कई जलस्तर बढ़ गए हैं। इसके कारण कई नदियाँ, नाले और निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि यदि आवश्यक हुआ तो और भी पानी छोड़ा जा सकता है, ताकि बांध सुरक्षित रहे और आसपास के क्षेत्रों में ज्यादा नुकसान न हो।

रामगंगा बांध में जलस्तर बढ़ने से प्रशासन ने जारी की चेतावनी

स्थानीय लोग इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं क्योंकि कई बार भारी बारिश और पानी छोड़ने के कारण स्थानीय इलाकों में बाढ़ आ चुकी है। प्रशासन ने उन्हें अलर्ट रहने और जरूरी सावधानियां बरतने को कहा है। वहीं, किसान भी इस पानी छोड़े जाने की प्रक्रिया को लेकर सतर्क हैं क्योंकि पानी के बढ़ने से खेतों और फसलों को नुकसान हो सकता है।

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बिजनौर प्रशासन ने बताया है कि इस बार पानी छोड़े जाने के दौरान सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाएगा और सभी संबंधित विभाग सतर्क रहेंगे। प्रशासन की यह कोशिश है कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके और लोगों का जीवन सुरक्षित रहे। साथ ही, उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे नदियों के किनारे न जाएं और बच्चों को भी सतर्क रखें।

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इस पूरे मामले पर प्रशासन और स्थानीय अधिकारी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं और मौसम विभाग से भी अपडेट्स ले रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि बारिश के बाद जलस्तर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगा, लेकिन फिलहाल सतर्कता जरूरी है। प्रशासन ने कहा है कि वे हर संभव मदद के लिए तैयार हैं और जरूरत पड़ने पर राहत कार्य भी शुरू करेंगे।

Location : 
  • Bijnor

Published : 
  • 5 September 2025, 4:26 PM IST