

गोरखपुर जिले के गोला उपनगर में रविवार रात एक गंभीर हादसा होते-होते टल गया, जिसने प्रशासन और ठेकेदार की लापरवाही को उजागर कर दिया है। राम-जानकी मार्ग पर बेवरी चौराहा के पास बनकटा की बाग में नाला निर्माण कार्य किया जा रहा है, जहां ठेकेदार द्वारा सुरक्षा मानकों की खुली अवहेलना सामने आई।
गोला उपनगर में रविवार रात एक गंभीर हादसा
Gorakhpur: गोरखपुर जिले के गोला उपनगर में रविवार रात एक गंभीर हादसा होते-होते टल गया, जिसने प्रशासन और ठेकेदार की लापरवाही को उजागर कर दिया है। राम-जानकी मार्ग पर बेवरी चौराहा के पास बनकटा की बाग में नाला निर्माण कार्य किया जा रहा है, जहां ठेकेदार द्वारा सुरक्षा मानकों की खुली अवहेलना सामने आई। नाला निर्माण के लिए सड़क किनारे चार दिन पहले गहरी खुदाई की गई थी, लेकिन कार्य अधूरा छोड़ दिया गया और गड्ढे को बिना किसी बैरिकेडिंग या चेतावनी चिन्ह के खुला छोड़ दिया गया।
रविवार की रात हुई तेज बारिश से वह गड्ढा पानी से भर गया और उसका किनारा कमजोर हो गया। इस गड्ढे के समीप लगा विद्युत पोल असंतुलित होकर झोपड़ी पर जा गिरा, जिसमें बांसफोर समुदाय का एक गरीब परिवार रह रहा था। सौभाग्यवश उस समय विद्युत प्रवाह बंद था, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। झोपड़ी को आंशिक नुकसान हुआ, लेकिन कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।
स्थानीय निवासी राम अवध और रंजीत ने बताया कि यह केवल किस्मत थी कि परिवार सुरक्षित बच गया। यदि करंट चालू होता, तो जानलेवा दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था। घटना के बाद क्षेत्र में भारी रोष फैल गया है और लोगों ने ठेकेदार की लापरवाही तथा प्रशासन की उदासीनता पर नाराजगी जताई है।
खिलाड़ियों को सुपरस्टार की तरह…ग्रैंडमास्टर नीमन ने क्यों की भारत की तारीफ? अमेरिका पर बोला हमला
स्थानीय जनता ने मांग की है कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन कराया जाए और लापरवाह ठेकेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो। लोगों का कहना है कि इस तरह की लापरवाहियों से हमेशा गरीब तबका ही प्रभावित होता है।
खिलाड़ियों को सुपरस्टार की तरह…ग्रैंडमास्टर नीमन ने क्यों की भारत की तारीफ? अमेरिका पर बोला हमला
घटना की जानकारी प्रशासन को दे दी गई है, लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था, जिससे जनता का गुस्सा और बढ़ गया है। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले समय में बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने मांग की है कि भविष्य में निर्माण स्थलों पर बैरिकेडिंग और चेतावनी संकेत अनिवार्य रूप से लगाए जाएं।