

चिनाब नदी पर बने बगलिहार और सलाल डैम के गेट खोल दिये गए हैं, इस निर्णय के बाद पाकिस्तान में बाढ़ का खतरा गहराता दिख रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
बगलिहार और सलाल डैम के खुले गेट (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
नई दिल्ली: जम्मू संभाग में भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं के चलते चिनाब नदी पर बने बगलिहार और सलाल डैम के गेट खोलने पड़े हैं। इस निर्णय के बाद पाकिस्तान में बाढ़ का खतरा गहराता दिख रहा है, क्योंकि इन डैम्स से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के रामबन समेत कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से मूसलधार बारिश हो रही है। बारिश के चलते जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जिससे बगलिहार डैम के दो फाटक और सलाल डैम के तीन गेट खोलने पड़े।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, रामबन जिले में बादल फटने और भूस्खलन जैसी घटनाओं ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई सड़कों पर यातायात बाधित हुआ है और आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड पर हैं और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया गया है।
सलाल डैम, जो जम्मू के रियासी जिले में स्थित है, एक प्रमुख हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट है। यह डैम जम्मू-कश्मीर के अलावा कई अन्य राज्यों को बिजली आपूर्ति करता है। रियासी के जिला मुख्यालय से करीब 23 किलोमीटर दूर स्थित यह बांध चिनाब नदी पर बना हुआ है। बगलिहार डैम भी इसी नदी पर बना है, जो बिजली उत्पादन और जल नियंत्रण के लिए अहम है।
डैम के गेट खोलने से छोड़े गए पानी की वजह से चिनाब नदी का बहाव तेज हो गया है, जिससे पाकिस्तान के निचले इलाकों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। पाकिस्तान के सिंधु जल आयोग ने इस स्थिति पर चिंता जाहिर की है। हालांकि भारतीय अधिकारियों का कहना है कि यह कदम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि डैम को नुकसान से बचाया जा सके।
पाकिस्तान पर गहराया बाढ़ का खतरा, खोले दिये गए बांध के फाटक
स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और मौसम विभाग से लगातार अपडेट ले रहा है। आने वाले दिनों में और बारिश होने की संभावना के चलते अलर्ट को बढ़ा दिया गया है। नदी किनारे बसे इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।