

उत्तर भारत सहित पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में मानसून की भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लोगों की जान पर बन आई है, जबकि उत्तर प्रदेश, मेघालय, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में भी बाढ़ और दुर्घटनाओं के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
बारिश बनी आफत
New Delhi: देश भर में सक्रिय मानसून एक बार फिर कहर बनकर टूट पड़ा है। उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों से लेकर पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों तक भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी तबाही की खबरें हैं। बीते 24 घंटों के भीतर इन दो राज्यों में सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो लोग घायल बताए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश के मंडी, कुल्लू, चंबा और शिमला जिलों में भारी वर्षा हो रही है। मंडी जिले के छतरी क्षेत्र में एक कार के गहरी खाई में गिर जाने से तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, डलहौजी में रसोईघर की छत गिरने से एक महिला की जान चली गई। अब तक राज्य में मानसून के चलते 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कुल 265 सड़कें, 41 ट्रांसफार्मर और 282 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। मंगलवार को ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
उत्तराखंड में नदियां उफान पर
उत्तराखंड में भी स्थिति गंभीर है। हल्द्वानी और यमुनोत्री क्षेत्रों में बारिश के कारण सड़कें और राजमार्ग धंस गए हैं। कई तीर्थ यात्राएं बाधित हुई हैं। केदारनाथ यात्रा को छह घंटे रोकना पड़ा, जिसमें लगभग 4,000 श्रद्धालु सोनप्रयाग में फंसे रहे। यमुनोत्री राजमार्ग का बड़ा हिस्सा धंसने से आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है।
रेल सेवाएं भी प्रभावित
कोटद्वार-नजीबाबाद रेल मार्ग पर पानी भरने से तीन पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। श्री सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रेस को भी बीच रास्ते में रोकना पड़ा।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ का संकट
गंगा और उसकी सहायक नदियों के जल स्तर में वृद्धि से यूपी के 13 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। वाराणसी में घाट डूब गए हैं और प्रयागराज में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
पूर्वोत्तर और बंगाल में भी असर
मेघालय के पश्चिम गारो हिल्स में एक सरकारी अधिकारी नदी में बह गया। पश्चिम बंगाल के उत्तरी जिलों में 10 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना है।
आंध्र और राजस्थान में भी चेतावनी
आंध्र प्रदेश में बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि राजस्थान के पूर्वोत्तर भागों में अगले दो दिनों में भारी बारिश का पूर्वानुमान है।