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तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर में नए साल और क्रिसमस की छुट्टियों से पहले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। दर्शन के लिए भक्तों को 30 घंटे तक कतार में इंतजार करना पड़ रहा है। हालात को नियंत्रित करने के लिए टीटीडी ने ऑफलाइन दर्शन टिकट काउंटर बंद कर दिए हैं।
तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर (Img: Google)
Tirumala: देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर में इन दिनों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। क्रिसमस की छुट्टियों और नए साल के आगमन से पहले भगवान श्री वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए लाखों भक्त तिरुमाला पहुंच रहे हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए 30 घंटे तक लंबी कतारों में इंतजार करना पड़ रहा है।
लगातार बढ़ रही भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) प्रशासन ने बड़ा निर्णय लिया है। टीटीडी ने 27, 28 और 29 दिसंबर को ऑफलाइन दर्शन टिकटों के वितरण पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। इस दौरान किसी भी काउंटर से ऑफलाइन टोकन जारी नहीं किए जाएंगे।
मंदिर प्रशासन के अनुसार, भीड़ के कारण दर्शन व्यवस्था पर अत्यधिक दबाव बन गया है। कतारें कई किलोमीटर तक फैल गई हैं और बुजुर्गों, महिलाओं व बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या दुर्घटना से बचा जा सके।
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टीटीडी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य होने के बाद ऑफलाइन दर्शन टोकन की सुविधा दोबारा शुरू की जाएगी। फिलहाल ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से ही दर्शन की अनुमति दी जा रही है। इसके साथ ही रेनिगुंटा हवाई अड्डे पर स्थित दर्शन टिकट काउंटर से भी अस्थायी रूप से टोकन वितरण बंद कर दिया गया है।
टीटीडी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे बिना पूर्व योजना के तिरुमाला न आएं और दर्शन से संबंधित आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें। प्रशासन लगातार भीड़ की निगरानी कर रहा है और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं।
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तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति शहर के समीप तिरुमाला पहाड़ियों पर स्थित है। यह मंदिर भगवान बालाजी को समर्पित है और दुनिया के सबसे प्रसिद्ध व समृद्ध मंदिरों में गिना जाता है। हर वर्ष यहां करोड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। विशेष पर्वों और छुट्टियों के दौरान यहां श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ जाती है।
फिलहाल ऑफलाइन टिकट व्यवस्था बंद होने से श्रद्धालुओं को स्थिति सामान्य होने का इंतजार करना होगा। मंदिर प्रशासन का कहना है कि भक्तों की सुविधा और सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और जैसे ही हालात बेहतर होंगे, दर्शन टोकन की सुविधा फिर से बहाल कर दी जाएगी।
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