अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण: भारत की सैन्य शक्ति को मिली नई उड़ान, जानें इसकी खासियत

डीआरडीओ ने अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया है, जिसे पहली बार रेल आधारित कैनिस्टर लॉन्चर से दागा गया। यह अत्याधुनिक मिसाइल 2000 किमी तक लक्ष्य भेदने में सक्षम है। यह परीक्षण भारत की रणनीतिक ताकत और आत्मनिर्भरता को नई ऊंचाइयों पर ले गया है।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 25 September 2025, 9:37 AM IST
google-preferred

New Delhi: भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और मील का पत्थर पार करते हुए इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-प्राइम का सफल परीक्षण किया है। इस परीक्षण की सबसे खास बात यह रही कि मिसाइल को पहली बार रेल आधारित मोबाइल कैनिस्टर लॉन्चर से दागा गया। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जिसने भारत को उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल कर दिया है, जिनके पास चलती रेल से मिसाइल दागने की तकनीक है।

क्या है अग्नि-प्राइम मिसाइल?

अग्नि-प्राइम मिसाइल, अग्नि श्रृंखला की नई पीढ़ी की अत्याधुनिक मिसाइल है। इसमें अत्याधुनिक नेविगेशन सिस्टम, तेज रिएक्शन टाइम और कैनिस्टर आधारित स्टोरेज जैसी खूबियां हैं। इसकी रेंज 2000 किलोमीटर तक है, जिससे यह मध्यम दूरी की मिसाइल श्रेणी में आती है।

• सटीक निशाना: स्मार्ट इनर्शियल और उपग्रह आधारित नेविगेशन सिस्टम
• तेज रिएक्शन: कम समय में तैनाती और फायरिंग
• कैनिस्टर डिज़ाइन: खराब मौसम, धूल और तापमान से सुरक्षित

अग्नि-प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण

रेल आधारित कैनिस्टर लॉन्चर

इस मिसाइल परीक्षण की सबसे अनोखी बात इसका रेल लॉन्चर से फायर किया जाना था। यह एक खास किस्म का कैनिस्टर आधारित मोबाइल सिस्टम है।
• क्रॉस-कंट्री मोबिलिटी: पहाड़, जंगल, मैदान कहीं भी ले जाया जा सकता है
• कम विजिबिलिटी: धुंध, रात या दुश्मन की नजर से छुपा कर लॉन्च
• तेज लॉन्चिंग क्षमता: रुकते ही कुछ ही मिनटों में मिसाइल फायर
• चलते ट्रेन से लॉन्च: यह भारत की युद्ध रणनीति में क्रांतिकारी बदलाव लाता है

Agni Prime Missile: नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का हुआ सफल परीक्षण, रक्षा मंत्री ने DRDO और SFC को दी बधाई

परीक्षण स्थल और सहयोगी एजेंसियां

इस परीक्षण को ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से किया गया। इस मिशन में डीआरडीओ, स्ट्रैटेजिक फोर्सेस कमांड (SFC) और तीनों सेनाओं के विशेषज्ञों ने मिलकर हिस्सा लिया। यह मिशन पूरी तरह सफल रहा और सभी पैरामीटरों पर मिसाइल ने आशातीत प्रदर्शन किया।

प्रधानमंत्री मोदी और सेना की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सफलता के लिए वैज्ञानिकों और रक्षा विशेषज्ञों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह परीक्षण भारत की ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। सेना ने भी इस मिसाइल को जल्द ही अपने हथियारों के जखीरे में शामिल करने का संकेत दिया है।

भारत की रणनीतिक बढ़त

• तेज और गुप्त हमले की क्षमता
• मल्टी-फ्रंट वार सिचुएशन में बेहतर प्रतिक्रिया
• डिटेरेंस (निरोधक) पावर में इजाफा
• चीन और पाकिस्तान की चुनौतियों से निपटने में मदद

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 25 September 2025, 9:37 AM IST