आ गया फैसले का वक्त: 1,632 पन्नों का आरोपपत्र और 113 गवाह, प्रज्वल रेवन्ना को आज सुनाई जाएगी सजा

कर्नाटक की विशेष अदालत आज जेडीएस नेता और पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को दुष्कर्म के मामले में सजा सुनाएगी। 48 वर्षीय घरेलू सहायिका से दुष्कर्म का दोषी पाए गए रेवन्ना पर चार मामले दर्ज हैं। वीडियो वायरल होने और पीड़िता की गवाही के बाद मामला उजागर हुआ था।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 2 August 2025, 9:10 AM IST
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New Delhi: जेडीएस नेता और पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को दुष्कर्म के एक मामले में दोषी ठहराया गया है। कर्नाटक की विशेष अदालत आज उन्हें सजा सुनाएगी। रेवन्ना पर कुल चार दुष्कर्म के मामले दर्ज हैं। यह मामला पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के परिवार से जुड़े सदस्य के खिलाफ है, जिससे पूरे राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मच गई है।

कौन हैं प्रज्वल रेवन्ना?

प्रज्वल रेवन्ना जनता दल (सेक्युलर) के नेता और कर्नाटक के हासन से पूर्व सांसद हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते हैं। रेवन्ना का नाम तब सुर्खियों में आया जब उन पर एक महिला कर्मचारी ने यौन शोषण और धमकाने का गंभीर आरोप लगाया।

मामला कैसे सामने आया?

मामला पहली बार तब उजागर हुआ जब 26 अप्रैल 2024 को लोकसभा चुनावों से ठीक पहले हासन में कुछ अश्लील वीडियो क्लिप्स वायरल हुईं। ये वीडियो कथित रूप से प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े थे और एक पेन-ड्राइव के जरिए प्रसारित किए गए थे। इन वीडियो की सामग्री ने हड़कंप मचा दिया और इसके बाद महिला ने औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई।

क्या हैं आरोप?

48 वर्षीय पीड़िता हासन जिले में स्थित गन्निकाडा फार्महाउस में घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी। उसके अनुसार, 2021 में प्रज्वल रेवन्ना ने फार्महाउस और अपने बेंगलुरु स्थित घर में दो बार उसके साथ दुष्कर्म किया। यही नहीं, आरोपी ने इस घटना को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया और महिला को धमकी दी कि अगर वह किसी को बताएगी, तो वीडियो को सार्वजनिक कर देगा।

पीड़िता की गवाही बनी निर्णायक

इस मामले में पीड़िता की गवाही सबसे अहम रही। विशेष सरकारी वकील अशोक नायक ने बताया कि अभियोजन पक्ष ने कुल 26 गवाहों से बयान दर्ज किए और 180 से अधिक दस्तावेज अदालत में प्रस्तुत किए। पीड़िता का बयान बेहद स्पष्ट और विश्वसनीय पाया गया, जो पूरे मामले में एक मजबूत कड़ी साबित हुआ।

जांच और आरोपपत्र

विशेष जांच दल (SIT) ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विस्तृत जांच की। सितंबर 2024 में 1,632 पेज का आरोपपत्र अदालत में दायर किया गया, जिसमें 113 गवाहों के बयान शामिल थे। आरोपपत्र में यह साफ तौर पर दर्ज किया गया कि आरोपी ने अपनी राजनीतिक स्थिति और प्रभाव का दुरुपयोग किया।

विदेश से लौटते ही गिरफ्तारी

प्रज्वल रेवन्ना को 31 मई 2024 को जर्मनी से बेंगलुरु लौटने पर गिरफ्तार कर लिया गया था। हवाई अड्डे पर उतरते ही उन्हें होलेनरसीपुरा टाउन पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के तहत एसआईटी ने हिरासत में ले लिया।

राजनीतिक असर और पार्टी से निलंबन

रेवन्ना के खिलाफ मामला सामने आने के बाद जनता दल (सेक्युलर) को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा। पार्टी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनावों में रेवन्ना हासन सीट से चुनाव हार गए, जो कि उनके राजनीतिक करियर के लिए बड़ा झटका था।

आज होगा सजा का एलान

विशेष अदालत के जज संतोष गजानन भट्ट शनिवार को रेवन्ना को सजा सुनाएंगे। चूंकि यह मामला बेहद संवेदनशील है और आरोपी एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से जुड़ा है, इसलिए अदालत का फैसला न केवल कानूनी दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक नजरिए से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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  • New Delhi

Published : 
  • 2 August 2025, 9:10 AM IST