

जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के शिकार हुए लोगों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए आर्थिक सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जम्मू कश्मीर सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री कार्यालय ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए मृतकों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इसके अलावा गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी जारी की गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस घटनाक्रम पर एक बयान जारी करते हुए इसे एक गहरे सदमे के रूप में वर्णित किया और हमले की कड़ी निंदा की।
मुख्यमंत्री कार्यालय का बयान
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान में कहा, "कल पहलगाम में हुए घृणित आतंकवादी हमले से हमें गहरा सदमा लगा है। हम इस जघन्य हमले पर बेहद दुखी हैं। निर्दोष नागरिकों के खिलाफ़ क्रूरता का यह बर्बर और मूर्खतापूर्ण कृत्य हमारे समाज में कोई स्थान नहीं रखता। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और इस हमले में मारे गए अनमोल जीवन पर शोक व्यक्त करते हैं।" बयान में आगे कहा गया कि, "कोई भी धनराशि प्रियजनों के नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती, लेकिन समर्थन और एकजुटता के प्रतीक के रूप में जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, गंभीर रूप से घायलों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है।"
घायलों का इलाज और अन्य सहायता
मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह भी बताया कि पीड़ितों को उनके घरों तक वापस लाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसके साथ ही घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा प्रदान की जा रही है, ताकि उनकी शीघ्र ठीक होने में कोई कसर बाकी न रहे।
संवेदना और कड़ी कार्रवाई की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम आपके दुख को साझा करते हैं और इस कठिन समय में आपके साथ खड़े हैं। आतंकवादियों के इस कृत्य को कभी भी हम अपने समाज में स्वीकार नहीं करेंगे। आतंकवादियों के खिलाफ हमारे संकल्प को यह हमले कभी नहीं तोड़ पाएंगे।" इसके अलावा मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, "हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक इस बर्बरता के पीछे के लोगों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया जाता।" जम्मू-कश्मीर सरकार इस मामले में पूरी गंभीरता से कार्रवाई करेगी और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।