

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में शर्मानी गांव में अचानक हुए भूस्खलन से भारी तबाही मच गई। इस दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के 5 लोग लापता हैं जबकि एक शव बरामद किया गया है। राहत-बचाव कार्य जारी है, लेकिन भारी बारिश के चलते दिक्कतें बनी हुई हैं।
कुल्लू में भूस्खलन
Kullu: हिमाचल प्रदेश का कुल्लू जिला एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गया है। 9 सितंबर मंगलवार की सुबह करीब 2 बजे, कुल्लू जिले के आनी विकास खंड के शर्मानी गांव में भयंकर भूस्खलन हुआ, जिसने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है।
ग्राम पंचायत घाटू के प्रधान भोगा राम ने भूस्खलन की पुष्टि करते हुए बताया कि हादसा उस समय हुआ जब अधिकांश ग्रामीण गहरी नींद में सो रहे थे। इस भूस्खलन में एक ही परिवार के 5 सदस्य लापता हैं, जबकि एक शव मलबे से बरामद किया गया है। लापता लोगों की तलाश में राहत-बचाव कार्य तेजी से जारी है।
जानकारी के अनुसार, देर रात अचानक हुए भूस्खलन ने गांव के कुछ मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। भारी बारिश के चलते जमीन खिसकी और मिट्टी, पत्थर व मलबे ने कुछ घरों को पूरी तरह से ढक दिया। जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस समय लोग घरों में सो रहे थे और उन्हें संभलने का कोई मौका नहीं मिला।
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घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग और लोक निर्माण विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, लेकिन बारिश और मलबे की मोटी परतों के कारण राहत कार्य में बाधा आ रही है।
वहीं मलबे में दबे कुछ लोगों को बाहर निकालकर निरमंड अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। हालांकि अब भी पांच लोग लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी बुलाया गया है। प्रशासन ने क्षेत्र के अन्य ग्रामीणों से अपील की है कि वे ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थानों पर शरण लें और मौसम को देखते हुए सतर्क रहें। लोगों से भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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मौसम विभाग ने पहले ही राज्य के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। मंगलवार को भी कांगड़ा, शिमला, चंबा सहित अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने अगले चार-पांच दिनों तक बारिश के बने रहने की संभावना जताई है, जिससे भूस्खलन की घटनाएं और बढ़ सकती हैं।
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प्राकृतिक आपदाओं के बीच एक राहत की खबर ये है कि चंबा-भरमौर नेशनल हाईवे (NH-24) को सोमवार से छोटी गाड़ियों के लिए बहाल कर दिया गया है। अगस्त में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण यह मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया था। अब धीरे-धीरे रास्ता सामान्य हो रहा है और अगले दो दिनों में भारी वाहनों के लिए भी इसे खोलने की योजना है।