

कॉमेडियन कपिल शर्मा के कनाडा स्थित कैफे पर फायरिंग के पीछे खालिस्तानी आतंकी हरजीत सिंह उर्फ लाडी का नाम सामने आया है। जानिए लाडी का पूरा आतंकवादी नेटवर्क, एनआईए की जांच और उस पर घोषित 10 लाख रुपये के इनाम की जानकारी।
कपिल शर्मा के कैफे पर हमला (सोर्स-गूगल)
New Delhi: भारत के मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के कनाडा स्थित कैफ़े पर हुई गोलीबारी की घटना ने न सिर्फ़ भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है। इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवक चलती कार से पिस्तौल से फायरिंग करता नज़र आ रहा है।
इस सनसनीखेज हमले के पीछे खालिस्तानी आतंकवादी हरजीत सिंह उर्फ लाडी का नाम सामने आया है। वह पंजाब के नवांशहर ज़िले के गरपधाना गाँव का रहने वाला है और उसके पिता का नाम कुलदीप सिंह बताया जा रहा है।
एनआईए ने रखा है 10 लाख रुपये का इनाम
राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने हरजीत सिंह लाडी को फरार और मोस्ट वांटेड आतंकवादी घोषित किया है। उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। एनआईए के अनुसार लाडी खालिस्तान समर्थक मॉड्यूल का सक्रिय सदस्य है और उसके बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) जैसे प्रतिबंधित संगठनों के विदेशी आकाओं से संबंध हैं।
जून 2024 में विहिप नेता विकास बग्गा की हत्या में भी लाडी का नाम सामने आया था। इस मामले की जाँच एनआईए को सौंपी गई थी जिसमें हरजीत लाडी, कुलबीर सिंह उर्फ सिद्धू और अन्य को साजिशकर्ता माना गया था।
एनआईए की जांच (सोर्स-गूगल)
आतंकवाद के लिए विदेशी फंडिंग में भी सक्रिय
एनआईए की जाँच में खुलासा हुआ है कि लाडी न केवल आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है, बल्कि विदेशों में बैठे आतंकवादी फाइनेंसरों और आकाओं के संपर्क में भी है। वह डिजिटल प्लेटफॉर्म के ज़रिए बीकेआई से जुड़े कई गुर्गों के लगातार संपर्क में है। एजेंसियों ने उसकी गतिविधियों से जुड़े कई डिजिटल सबूत और लेन-देन के रिकॉर्ड इकट्ठा किए हैं।
पंजाब पुलिस ने दर्ज नहीं की एफआईआर
हैरानी की बात यह है कि अब तक पंजाब पुलिस ने लाडी के खिलाफ कोई औपचारिक एफआईआर या चार्जशीट सार्वजनिक नहीं की है। हालाँकि एनआईए की जाँच में उसे आतंकवादी घोषित किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उसके खिलाफ सबूत बेहद संवेदनशील और अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं।
एनआईए ने लाडी के बारे में जानकारी देने के लिए आम जनता के लिए व्हाट्सएप, ईमेल और कंट्रोल रूम नंबर भी जारी किए हैं। माना जा रहा है कि अगर हरजीत लाडी की गिरफ्तारी होती है तो कई और खालिस्तानी नेटवर्क और चेहरे बेनकाब हो सकते हैं, जो भारत में बैठकर विदेशी धरती पर आतंक फैलाने में लगे हुए हैं।