हिंदी
2025 के नोबेल शांति पुरस्कार को लेकर अमेरिका में एक नई बहस छिड़ गई है। फ्लोरिडा की रिपब्लिकन सांसद अन्ना पॉलिना लूना का दावा है कि मेलानिया ट्रंप को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाना चाहिए।
मेलानिया ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार की हकदार हैं?
New Delhi: 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार की दौड़ अब केवल राजनयिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं रही। अब अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप का नाम भी इस चर्चा में सामने आया है। रिपब्लिकन पार्टी की सांसद अन्ना पॉलिना लूना का मानना है कि मेलानिया की हालिया कोशिशें शांति स्थापना में योगदान देती हैं और इसी वजह से उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया जाना चाहिए। लूना ने कहा कि मेलानिया ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक निजी पत्र लिखा, जो यूक्रेन युद्ध के बीच शांति की अपील करता है। लूना के अनुसार, यह कदम अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में एक मानवीय पहलू को उजागर करता है।
इस महीने की शुरुआत में अलास्का में आयोजित एक शिखर सम्मेलन के दौरान डोनाल्ड ट्रंप, मेलानिया द्वारा लिखा गया पत्र लेकर व्लादिमीर पुतिन से मिले थे। इस पत्र में बच्चों की मासूमियत को बचाने की अपील की गई थी और विश्व में गरिमा और सह-अस्तित्व की भावना को बल देने की बात की गई। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि इस पत्र में यूक्रेनी बच्चों के अपहरण का भी जिक्र था, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। ट्रंप-पुतिन की मुलाकात से कोई ठोस परिणाम तो नहीं निकला, लेकिन ट्रंप समर्थकों का कहना है कि मेलानिया की यह पहल नोबेल शांति पुरस्कार के योग्य है।
रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं और ट्रंप समर्थकों का एक बड़ा वर्ग मानता है कि डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया दोनों ही नोबेल पुरस्कार के मजबूत दावेदार हैं। ट्रंप के पूर्व मध्य पूर्व मामलों के दूत स्टीव विटकॉफ ने भी कैबिनेट बैठक में कहा कि ट्रंप और मेलानिया को इस पुरस्कार की चर्चा के केंद्र में होना चाहिए। विटकॉफ ने कहा, “जब से नोबेल शांति पुरस्कार की बात शुरू हुई है, तब से आप (ट्रंप) इसके सबसे योग्य उम्मीदवार हैं। और मेलानिया ने भी रूस के साथ शांति की कोशिशों में योगदान देकर एक नई दिशा दी है।”
हालांकि इस विचार को लेकर अंतरराष्ट्रीय और अमेरिकी मीडिया में बहस छिड़ गई है। आलोचकों का कहना है कि मेलानिया की शांति पहल एक सीमित और प्रतीकात्मक प्रयास था, जिसे नोबेल पुरस्कार जैसे बड़े सम्मान की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता। नोबेल शांति पुरस्कार इतिहास में उन व्यक्तियों को दिया गया है जिन्होंने वैश्विक स्तर पर युद्ध, असमानता, और मानवाधिकारों के खिलाफ संघर्ष किया है। नेल्सन मंडेला, मलाला यूसुफजई, और बाराक ओबामा जैसे नाम इस सूची में शामिल हैं। ऐसे में मेलानिया की भूमिका को इन दिग्गजों के समकक्ष मानना कई लोगों को अटपटा लग रहा है।
दुनिया की तीन बड़ी महाशक्तियों एक मंच पर: भारत के साथ चीन और रूस, ट्रंप पर भड़के पुतिन, जानें क्यों
नोबेल पुरस्कार समिति किसी भी नामांकन की पुष्टि या खंडन आधिकारिक रूप से नहीं करती। इसके नियमों के अनुसार, कोई भी सांसद, विश्वविद्यालय प्रोफेसर, या पूर्व विजेता किसी व्यक्ति या संस्था को नामांकित कर सकता है। इस लिहाज़ से, अगर अन्ना पॉलिना लूना या अन्य समर्थक मेलानिया का नाम भेजते हैं, तो यह नामांकन सूची में शामिल हो सकता है। हालांकि, 2025 के नोबेल विजेताओं की घोषणा अक्टूबर 10 को की जाएगी, और तब तक सभी नामांकन गोपनीय रहेंगे।