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दिल्ली नगर निगम की 12 रिक्त सीटों पर आज उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। कुल 6.98 लाख मतदाता 51 उम्मीदवारों की किस्मत तय करेंगे। यह उपचुनाव विधानसभा जीत के बाद बीजेपी की पहली बड़ी परीक्षा है, जबकि AAP इसे अपनी पकड़ मजबूत रखने का मौका मान रही है।
दिल्ली MCD उपचुनाव 2025
New Delhi: दिल्ली नगर निगम (MCD) की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। राजधानी के 12 वार्डों पर आज उपचुनाव के लिए मतदान चल रहा है। ये चुनाव न केवल स्थानीय प्रतिनिधित्व को बहाल करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सियासी ताकत की नई परीक्षा भी माने जा रहे हैं। चुनाव आयोग ने 3 नवंबर को अधिसूचना जारी कर नामांकन की प्रक्रिया शुरू करवाई थी और अब 30 नवंबर को मतदान हो रहा है। इन सीटों के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
इस उपचुनाव में कुल 51 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि लगभग 6.98 लाख मतदाता आज अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। मतदान सुबह 7:30 बजे से शुरू होकर शाम 5:30 बजे तक चलेगा। उपचुनाव का यह पूरा दौर इसलिए भी खास है क्योंकि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के बाद बीजेपी की यह पहली बड़ी राजनीतिक परीक्षा है। पार्टी संगठन से लेकर शीर्ष नेतृत्व तक इस चुनाव को प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रहा है।
दिल्ली एमसीडी के राजनीतिक समीकरण में पारंपरिक रूप से बीजेपी की मजबूत पकड़ रही है। पार्टी ने लगातार तीन बार एमसीडी पर राज किया था। हालांकि, 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाते हुए पार्षदों की संख्या में बढ़त हासिल की थी। अब इन 12 वार्डों के परिणाम यह संकेत देंगे कि जनता ने पिछले दो वर्षों में AAP के शासन और बीजेपी की रणनीति को किस नजर से देखा है।
भाजपा ने उपचुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने प्रचार का नेतृत्व किया। बताया जा रहा है कि उन्होंने और उनकी टीम ने इस चुनाव के लिए ज़मीनी स्तर पर काफी मेहनत की है। उधर, आम आदमी पार्टी ने भी कोई कमी नहीं छोड़ी और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने अभियान की कमान अपने हाथों में रखी। चुनावी रैलियों, जनसंपर्क और सोशल मीडिया पर दोनों दलों का प्रचार जोरदार रहा।
मतदान 12 वार्डों, मुंडका, शालीमार बाग, अशोक विहार, चांदनी चौक, चांदनी महल, द्वारका, दिचाऊं कलां, नारायणा, संगम विहार, दक्षिणपुरी, ग्रेटर कैलाश और विनोद नगर में हो रहा है। इनमें से कई वार्ड ऐसे हैं, जहां पिछले परिणाम बेहद करीबी रहे थे। इसलिए दोनों प्रमुख दलों की निगाहें यहां मतदाताओं के रवैये पर टिकी हैं।
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दिल्ली राज्य चुनाव आयोग ने उपचुनाव के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। चुनाव आयुक्त विजय देव ने मतदाताओं से अपील की है कि वे लोकतंत्र के इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। सुरक्षा व्यवस्था से लेकर मतदान केंद्रों तक के प्रबंधन में प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरती है।
सीएम रेखा गुप्ता भी आज अपना वोट डालेंगी। शालीमार बाग के जिस वार्ड से वह पार्षद थीं, उनके सीएम बनने के बाद वह सीट रिक्त हुई थी, जिसके लिए अब उपचुनाव हो रहा है।
वर्तमान में एमसीडी सदन में भाजपा के पास 115 पार्षद हैं। अगर पार्टी आज होने वाले उपचुनाव में सभी 12 सीटें जीतने में सफल रहती है तो उसकी संख्या 125 हो जाएगी, जो उसे स्पष्ट बहुमत की स्थिति में पहुंचा देगी। वहीं AAP इन सीटों पर अच्छी पकड़ बनाकर निगम में अपनी स्थिति मजबूत बनाए रखना चाहती है।
3 दिसंबर को आने वाले नतीजे यह तय करेंगे कि दिल्ली की जनता राजधानी की नगरपालिका पर किस दल को अपना भरोसा सौंपती है। अभी सबकी निगाहें मतपेटियों पर टिकी हैं और राजनीतिक हलकों में सरगर्मी चरम पर है।