C.P. Radhakrishnan के अंडर सेक्रेटरी की सैलरी, जानिए कितना मिलता है वेतन और क्या-क्या मिलेगी सुविधाएं?

भारत के नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के साथ काम करने वाले अंडर सेक्रेटरी को पे-लेवल 10 के अंतर्गत अच्छा खासा वेतन मिलता है। इसमें बेसिक पे के साथ कई भत्ते भी शामिल होते हैं। जानिए, कितनी होती है कुल सैलरी और कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती हैं।

Updated : 10 September 2025, 7:41 PM IST
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New Delhi: भारत के नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के साथ काम करने वाले अधिकारियों में अंडर सेक्रेटरी का पद बेहद अहम होता है। यह पद न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि वेतन और सुविधाओं के लिहाज से भी आकर्षक है। सीपी राधाकृष्णन ने 9 सितंबर 2025 को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में 452 वोट हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। वे इससे पहले झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं और उन्हें सरकार संचालन का लंबा अनुभव है।

सीपी राधाकृष्णन के अंडर सेक्रेटरी की सैलरी जानिए यहां

उपराष्ट्रपति कार्यालय में अंडर सेक्रेटरी की भूमिका रणनीतिक और संवेदनशील होती है। वे नीतिगत फैसलों, सरकारी दस्तावेजों की समीक्षा और वरिष्ठ अधिकारियों को सलाह देने जैसे कामों में उपराष्ट्रपति की मदद करते हैं। इतना ही नहीं, वे दिन-प्रतिदिन के प्रशासनिक कामकाज को भी सुचारू रूप से संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

अब सवाल यह उठता है कि इतने महत्वपूर्ण पद पर काम करने वाले अंडर सेक्रेटरी को आखिर कितना वेतन मिलता है?

सरकारी वेतन नियमों के अनुसार, अंडर सेक्रेटरी को पे मैट्रिक्स के लेवल-10 में रखा गया है। इस पे-लेवल के तहत इनकी मूल वेतन (Basic Pay) ₹56,100 प्रति माह से शुरू होती है। सेवा अवधि, प्रदर्शन और वार्षिक वृद्धि (Increment) के आधार पर यह वेतन बढ़ता जाता है। इस स्तर पर अधिकतम वेतन ₹1,77,500 प्रति माह तक पहुंच सकता है।

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हालांकि, अंडर सेक्रेटरी की आय केवल मूल वेतन तक सीमित नहीं रहती। उन्हें कई प्रकार के भत्ते भी दिए जाते हैं, जो उनकी कुल इन-हैंड सैलरी को और बढ़ा देते हैं।

Vice President CP Radhakrishnan

नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन

कौन-कौन से भत्ते मिलते हैं?

महंगाई भत्ता (Dearness Allowance - DA): यह हर छह महीने में संशोधित होता है और महंगाई के आधार पर इसमें बढ़ोतरी होती है।

हाउस रेंट अलाउंस (House Rent Allowance - HRA): यदि सरकारी आवास नहीं मिला है तो यह भत्ता दिया जाता है, जो शहर की श्रेणी के अनुसार अलग-अलग होता है।

यात्रा भत्ता (Transport Allowance): यात्रा से जुड़ी सुविधाओं के लिए दिया जाता है।

अन्य भत्ते और सुविधाएं: टेलीफोन, मेडिकल, सरकारी गाड़ी, आवास आदि सुविधाएं पद की प्रकृति के अनुसार मिलती हैं।

इन सबको मिलाकर एक अंडर सेक्रेटरी की कुल सैलरी ₹90,000 से ₹1.5 लाख प्रति माह के बीच हो सकती है, जो स्थान, भत्तों और अनुभव के आधार पर बदलती है।

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देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद, उपराष्ट्रपति, के साथ काम करना किसी भी अधिकारी के लिए गौरव की बात होती है। सीपी राधाकृष्णन जैसे अनुभवी नेता के साथ काम करने का मौका मिलना न केवल पेशेवर संतोष देता है, बल्कि करियर के लिए भी एक बड़ा अवसर साबित होता है।

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