

देश की सबसे सुरक्षित जेलों में शुमार तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात कैदी और सीरिलय किलर सोहराब फरार हो गया है। पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है।
तिहाड़ जेल (सोर्स-गूगल)
New Delhi: एशिया की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली तिहाड़ जेल से जुड़ी एक बड़ी खबर अभी-अभी सामने आई है। तिहाड़ में बंद कुख्यात कैदी और सीरियल किलर सोहराब फरार हो गया है। सोहराब के फरार होने से दिल्ली पुलिस और तिहाड़ जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस ने तलाशी अभियान युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक सीरियल किलर सोहराब इन दिनों पैरोल पर बाहर आया हुआ था। इस दौरान वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। जानकारी के अनुसार, सोहराब अपनी पत्नी से मिलने के लिए तीन दिन की पैरोल पर गया हुआ था, जहां से वो फरार हो गया।
कुख्यात गैंगस्टर सलीम का भाई है सोहराब
रुस्तम उर्फ सोहराब लखनऊ के कुख्यात गैंगस्टर सलीम सोहराब का छोटा भाई और गिरोह का मुख्य गुर्गा है। सोहराब तिहाड़ जेल से 3 दिन की पैरोल पर बाहर आया था, लेकिन तय समय पर वह जब वापस नहीं लौटा तो उसके फरार होने की जानकारी सामने आई।
तिहाड़ जेल प्रशासन और पुलिस ने सोहराब की तलाशी के लिये यूपी एसटीएफ से संपर्क किया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ को उसकी गिरफ्तारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सोहराब के खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज
अपराध की दुनिया में सोहराब का बड़ा नाम है। उसके खिलाफ कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं और उसके गैंग के कई सदस्य अब भी सक्रिय हैं।
सोहराब के खिलाफ हत्या, रंगदारी, अवैध कब्जा और आर्म्स एक्ट जैसे कई संगीन मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। उसका नाम लखनऊ के टॉप गैंगस्टर्स की लिस्ट में शामिल है।
कैसे अपराध की दुनिया में मचाया तहलका?
गौरतलब है कि लखनऊ के सदर बाजार के कुख्यात सीरियल किलर भाइयों सलीम, रुस्तम और सोहराब ने अपराध की दुनिया में तहलका मचा रखा है। इन भाइयों ने 2004 में अपने छोटे भाई शहजादे की हत्या का बदला ठीक एक साल बाद रमजान के दिन लिया, जहां उन्होंने हुसैनगंज, खदरा और मड़ियांव में एक घंटे के भीतर हत्यारों को मौत के घाट उतार दिया। हत्या से पहले तत्कालीन एसएसपी आशुतोष पांडेय को धमकी भरा फोन भी किया। इसके बाद, इनका अपराध का सिलसिला बढ़ता गया, वसूली, सुपारी किलिंग और हत्या। दिल्ली में दिनदहाड़े ज्वेलरी शोरूम लूटा, लखनऊ में बसपा सरकार के दौरान स्वास्थ्य कर्मचारी सैफी और सपा सरकार में भाजपा पार्षद पप्पू पांडेय की हत्या करवाकर खौफ कायम किया।