

पीरियड्स के दौरान दर्द और असहजता को झेलना जरूरी नहीं है। ऊपर बताए गए घरेलू उपाय न सिर्फ आसान हैं, बल्कि बिना किसी साइड इफेक्ट के राहत भी प्रदान करते हैं। मासिक धर्म के दौरान होने वाले तेज़ पेट दर्द और असहजता से राहत पाने के लिए अपनाएं ये सरल घरेलू उपाय। जानिए पीरियड्स के समय तुरंत आराम देने वाले असरदार नुस्खे।
पीरियड्स के दौरान दर्द (सोर्स-गूगल)
New Delhi: मासिक धर्म (पीरियड्स) महिलाओं की जिंदगी का एक सामान्य लेकिन शारीरिक और मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण हिस्सा होता है। इस दौरान पेट, कमर या जांघों में तेज़ दर्द, थकान, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं आम होती हैं। कुछ महिलाओं के लिए यह समय अत्यधिक पीड़ादायक हो सकता है। हालांकि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन इससे जुड़ी असहजता को कुछ आसान और सुरक्षित घरेलू उपायों से कम किया जा सकता है।
गर्म पानी की सिकाई (Hot Water Bag Therapy)
पीरियड्स के दौरान सबसे तेज़ और सुरक्षित राहत देने वाला उपाय है पेट पर गर्म पानी की थैली रखना। इससे मांसपेशियों की जकड़न कम होती है और ब्लड फ्लो बेहतर होने से दर्द में राहत मिलती है। आप चाहें तो गुनगुने पानी से स्नान भी कर सकती हैं।
अदरक और तुलसी की चाय
अदरक और तुलसी में मौजूद प्राकृतिक गुण एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्दनाशक होते हैं। अदरक को पानी में उबालें, उसमें तुलसी के पत्ते डालें और थोड़ा शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें। यह न सिर्फ दर्द कम करेगा, बल्कि सूजन और थकावट में भी राहत देगा।
अदरक और तुलसी की चाय (सोर्स-गूगल)
हल्का व्यायाम या योग
हालांकि पीरियड्स के दौरान बहुत अधिक शारीरिक मेहनत नहीं करनी चाहिए, लेकिन कुछ हल्के स्ट्रेचिंग योगासन जैसे भुजंगासन, बालासन या सेतुबंधासन करने से रक्त संचार बेहतर होता है और दर्द में कमी आती है। गहरी सांसें लेना (प्राणायाम) भी मानसिक शांति देता है।
फाइबर और आयरन युक्त आहार
पीरियड्स में शरीर से खून की कमी हो सकती है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है। ऐसे में हरी पत्तेदार सब्जियाँ, खजूर, चुकंदर, मूंगफली और गुड़ जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन फायदेमंद होता है। साथ ही, कैफीन और अधिक नमक वाली चीजों से परहेज करें।
दालचीनी और शहद का सेवन
दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स पीरियड्स के दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर थोड़ा शहद डालें और पी लें। इससे मांसपेशियों की ऐंठन में राहत मिलती है।
भरपूर नींद और तनाव से दूरी
तनाव पीरियड्स के लक्षणों को और बढ़ा सकता है। इस दौरान पर्याप्त नींद लें और ध्यान (मेडिटेशन) जैसे उपायों को अपनाएं। मानसिक रूप से शांत रहने से शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
डिस्क्लेमर
इस लेख में बताए गए सभी घरेलू उपाय केवल सामान्य जानकारी और जन-जागरूकता के उद्देश्य से साझा किए गए हैं। ये किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं हैं। यदि आपको पीरियड्स के दौरान अत्यधिक दर्द, असामान्य लक्षण या लगातार समस्या हो रही है, तो कृपया किसी योग्य स्त्री रोग विशेषज्ञ या डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।