

यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध एक बार फिर भयानक मोड़ पर पहुंच गया है। पढ़िए डाइनामइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
यूक्रेन-रूस युद्ध (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध एक बार फिर भयानक मोड़ पर पहुंच गया है। हाल के दिनों में यूक्रेन द्वारा रूस के अंदर किए गए जबरदस्त ड्रोन हमलों के जवाब में शनिवार को रूस ने यूक्रेन के खारकीव शहर पर एक भीषण मिसाइल और ड्रोन हमला किया। इस हमले में कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेनी अधिकारियों ने हमले की पुष्टि करते हुए इसे रूस की जवाबी कार्रवाई बताया है।
खारकीव के मेयर इगोर टेरेखोव ने बताया कि हमले में 18 बहुमंजिला इमारतें और 13 निजी आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। हमले के बाद शहर में भारी तबाही का मंजर देखने को मिला। कई मकान पूरी तरह से जमींदोज हो गए और प्रभावित इलाकों में बचाव एवं राहत कार्य जारी है।
रूसी हमले में लगभग 48 'शहीद' ड्रोन, 2 मिसाइलें और 4 एरियल ग्लाइड बम का इस्तेमाल किया गया। विशेष रूप से एरियल ग्लाइड बम को बेहद खतरनाक माना जाता है, क्योंकि ये अत्यधिक सटीकता से लक्ष्य को भेदते हैं और व्यापक स्तर पर तबाही मचाते हैं। यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि कुछ ड्रोन और मिसाइलों को बीच में ही नष्ट कर दिया गया, लेकिन कई अपने लक्ष्य तक पहुंचने में कामयाब रहे।
यूक्रेन-रूस युद्ध (सोर्स-इंटरनेट)
जबरदस्त ड्रोन हमला
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब कुछ ही दिन पहले यूक्रेन ने रूस के अंदर स्थित चार एयरबेसों पर जबरदस्त ड्रोन हमला किया था। यूक्रेन ने 117 मानव रहित एरियल व्हीकल (ड्रोन) का इस्तेमाल करते हुए रूस के अंदर टारगेट किए गए एयरबेसों को नुकसान पहुंचाया। सेटेलाइट इमेज से पता चलता है कि इन हमलों में कई बमवर्षक विमान नष्ट या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
सैन्य ठिकानों को गंभीर नुकसान
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस विश्लेषकों ने पुष्टि की है कि यूक्रेनी हमलों ने रूस की वायुसेना की सामरिक क्षमताओं को प्रभावित किया है। ड्रोन हमले इतने सटीक और घातक थे कि रूस के भीतर कई सैन्य ठिकानों को गंभीर नुकसान हुआ है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह यूक्रेन की नई रणनीति का हिस्सा है जिसके तहत वह रूस के भीतर गहराई तक हमला कर उसकी सैन्य तैयारियों को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
रूस की ओर से खारकीव पर किया गया हमला यूक्रेनी हमलों के जवाब में की गई व्यापक कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। यह स्थिति दर्शाती है कि दोनों देशों के बीच युद्ध अब और अधिक आक्रामक और विनाशकारी रूप ले चुका है।