Trump-Modi: भारत को नजरअंदाज नहीं कर सकता अमेरिका, ट्रंप ने मोदी को बताया दोस्त, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत-अमेरिका संबंधों को “खास साझेदारी” बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना दोस्त कहा। पीएम मोदी ने ट्रंप की भावनाओं की सराहना की। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को ट्रंप के सकारात्मक बयानों के बावजूद सतर्क रहना चाहिए, खासकर टैरिफ और व्यापारिक फैसलों को लेकर।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 6 September 2025, 4:34 PM IST
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Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर हाल ही में एक बयान दिया है जिसने अंतरराष्ट्रीय हलकों में चर्चा बढ़ा दी है। ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना “हमेशा का मित्र” बताते हुए कहा कि भारत अमेरिका के लिए एक खास साझेदार है। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि “मुझे पसंद नहीं, जो वो इस समय कर रहे हैं,” जिसका इशारा चीन के साथ भारत के रिश्तों में सुधार और रूस से तेल व हथियारों की खरीद की ओर था।

ट्रंप के इस बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर लिखा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति की भावनाओं और भारत-अमेरिका संबंधों के सकारात्मक मूल्यांकन की सराहना करते हैं। पीएम मोदी ने दोनों देशों की साझेदारी को “व्यापक और दूरदर्शी रणनीतिक साझेदारी” बताया।

मोदी को ट्रंप ने कहा दोस्त

मोदी को ट्रंप ने कहा दोस्त

एक्सपर्ट की राय

पश्चिम एशिया मामलों के रणनीतिकार वाइल अव्वाद ने कहा कि अमेरिका भारत को नजरअंदाज नहीं कर सकता। इसके पीछे कई कारण हैं। सबसे पहले, ट्रंप और मोदी के बीच व्यक्तिगत स्तर पर अच्छे रिश्ते हैं। दूसरा, अमेरिका में भारतीयों की बड़ी आबादी है, जो न केवल अमेरिकी अर्थव्यवस्था बल्कि राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से भी अहम है। तीसरा, जब अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के बारे में सकारात्मक बयान देते हैं, तो यह संदेश केवल भारत सरकार के लिए नहीं बल्कि प्रवासी भारतीयों के लिए भी होता है।

अव्वाद ने यह भी कहा कि ट्रंप की सोच हमेशा व्यवसाय केंद्रित रही है। ऐसे में भारत के लिए यह महत्वपूर्ण है कि उसकी कंपनियों को अमेरिकी बाजार में बिना टैरिफ और जटिल प्रक्रियाओं के निर्यात का अवसर मिले।

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सकारात्मक बयान

हालांकि, वाइल अव्वाद ने चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि भले ही ट्रंप का बयान सकारात्मक लगे, लेकिन भारत को सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने याद दिलाया कि ट्रंप ने पहले भी भारत से जुड़े टैरिफ और आयात पर कार्यकारी आदेश जारी किए हैं। ऐसे आदेश आसानी से वापस नहीं लिए जा सकते जब तक इसके पीछे मजबूत तर्क न हो। इसलिए भारत सरकार और भारतीय कंपनियों को अमेरिका के साथ व्यापारिक बातचीत संतुलित और सावधानीपूर्वक करनी होगी।

ट्रंप का साफ संदेश

ट्रंप ने भारतीय समाचार एजेंसी एएनआई के सवाल पर कहा था, 'मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूंगा। वह एक महान प्रधानमंत्री हैं।' हालांकि उन्होंने आगे जोड़ा कि वह जो इस समय कर रहे हैं, वो मुझे पसंद नहीं है और इस दौरान उन्होंने रूस से तेल और हथियारों की खरीद का जिक्र किया।

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ट्रंप ने टैरिफ विवाद पर भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच एक खास रिश्ता है और इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा, “कभी-कभी ऐसे पल आते हैं।”

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