

PM नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी टैरिफ वॉर के जवाब में साफ किया कि भारत किसी दबाव में नहीं आएगा। किसानों के हित सर्वोच्च रहेंगे और अमेरिका से दोस्ती बराबरी की शर्त पर ही होगी। यह बयान ट्रंप की रणनीति को बड़ा झटका माना जा रहा है।
PM मोदी का ट्रंप को जवाब
Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सख्त और स्पष्ट संदेश दिया। एम.एस. स्वामीनाथन शताब्दी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा, चाहे टैरिफ वॉर हो या कोई और दबाव। उनके बयान को अमेरिका की मनमाफिक शर्तों के खिलाफ खड़े होने वाले स्टैंड के रूप में देखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान में चार बड़े संदेश छिपे हैं, जो अमेरिका को सीधे तौर पर संबोधित करते हैं
डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ रणनीति भारत को झुकाने और व्यापार समझौते में अमेरिका के हितों को थोपने की कोशिश मानी जा रही है। लेकिन पीएम मोदी ने साफ कह दिया कि भारत किसी भी दबाव में नहीं झुकेगा और अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के किसान, मछुआरे और पशुपालक देश की नींव हैं। उनकी कीमत पर कोई भी समझौता नहीं होगा। अमेरिकी कृषि और डेयरी उत्पादों के लिए भारत के बाजार को खोलने की ट्रंप की मांग को सीधे तौर पर खारिज कर दिया गया है।
ट्रंप की टैरिफ नीति पर मोदी का प्रहार
पीएम मोदी ने स्वीकारा कि इस सख्त फैसले की उन्हें व्यक्तिगत और राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ सकती है, लेकिन उन्होंने कहा कि देशहित सबसे ऊपर है और इसके लिए वो हर कुर्बानी को तैयार हैं।
पीएम मोदी का दो टूक संदेश: किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं, भारत हर चुनौती के लिए तैयार
मोदी ने दो टूक कहा कि भारत की किसी भी देश से दोस्ती तभी टिकेगी जब वो बराबरी पर आधारित होगी। न कोई बड़ा भाई, न कोई छोटा। यह संकेत अमेरिका को दिया गया है कि भारत अपने सम्मान से कभी समझौता नहीं करेगा।
पीएम मोदी का यह संदेश केवल ट्रंप को नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर सभी ताकतवर देशों को है कि भारत अब आत्मनिर्भर है और दबाव की राजनीति में यकीन नहीं करता। भारत की प्राथमिकताएं साफ हैं- देश पहले, किसान पहले, और दोस्ती बराबरी की।