

पाकिस्तान में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां लाहौर का एक युवक गलती से सऊदी अरब की फ्लाइट में सवार होकर जेद्दा पहुंच गया, जबकि उसकी मंज़िल कराची थी। बिना पासपोर्ट और वीजा के अंतरराष्ट्रीय उड़ान में चढ़ना सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
पाक एयरलाइन की लापरवाही पर नोटिस (सोर्स-गूगल)
New Delhi: पाकिस्तान के लाहौर एयरपोर्ट से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक शाहजैन कराची जाने के लिए फ्लाइट में सवार हुआ, लेकिन गलती से सऊदी अरब के जेद्दा पहुंच गया। यह घटना न केवल एयरलाइन की लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि देश की हवाई सुरक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल उठाती है।
कैसे हुई यह चूक?
शाहजैन के अनुसार, वह लाहौर एयरपोर्ट के डोमेस्टिक टर्मिनल से कराची के लिए एक प्राइवेट एयरलाइन की फ्लाइट पकड़ने आया था। टर्मिनल पर दो फ्लाइट्स खड़ी थीं
पाक एयरलाइन की चूक (सोर्स-गूगल)
एक कराची के लिए और दूसरी जेद्दा के लिए। किसी सूचना या बोर्डिंग स्टाफ की मदद के बिना, वह गलती से जेद्दा जाने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट में चढ़ गया।
शाहजैन ने आरोप लगाया कि उसकी टिकट जांचने के बावजूद न तो एयर होस्टेस ने और न ही किसी अन्य स्टाफ ने उसे रोका। जब दो घंटे बीत गए और विमान कराची नहीं पहुंचा, तब जाकर उसे एहसास हुआ कि वह गलत फ्लाइट में चढ़ गया है।
बिना पासपोर्ट और वीजा, फिर भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान!
इस घटना की सबसे गंभीर बात यह है कि शाहजैन के पास न पासपोर्ट था और न ही सऊदी अरब का वीजा, इसके बावजूद वह जेद्दा पहुंच गया। यह अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों का सीधा उल्लंघन है। जेद्दा पहुंचने पर उसे वहां एफआईए अधिकारियों ने हिरासत में लिया और पूछताछ की गई। उसे दो-तीन दिन बाद वापस कराची भेजा गया।
एयरलाइन को कानूनी नोटिस, मुआवजे की मांग
शाहजैन ने इस पूरे प्रकरण को लेकर संबंधित एयरलाइन को कानूनी नोटिस भेजा है। उसने अपने मानसिक, आर्थिक और समय के नुकसान की भरपाई के लिए मुआवज़े की मांग की है। उसका कहना है कि एयरलाइन की घोर लापरवाही की वजह से वह अनजाने में विदेश पहुंच गया, जहां उसे अपमान और परेशानी झेलनी पड़ी।
एयरलाइन दोषी
लाहौर एयरपोर्ट मैनेजमेंट और पाकिस्तान की एयरपोर्ट अथॉरिटी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्ट में एयरलाइन की तरफ से बोर्डिंग और सिक्योरिटी प्रक्रिया में लापरवाही की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने माना है कि यह गंभीर सुरक्षा चूक है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रक्रिया में बदलाव किया जाएगा।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की गलती नहीं, बल्कि पूरे सुरक्षा तंत्र की विफलता को उजागर करती है। बिना किसी वैध दस्तावेज के किसी यात्री का अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर जाना, अंतरराष्ट्रीय विमानन नियमों के तहत गंभीर अपराध माना जाता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि एयरलाइन और सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है।