

ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष हर दिन और अधिक भयावह होता जा रहा है। पढ़िए युद्ध से जुड़ी ये अपडेट
ईरान इजराइल युद्ध (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष हर दिन और अधिक भयावह होता जा रहा है। इस टकराव के नौवें दिन इजराइल ने ईरान के एक और न्यूक्लियर साइंटिस्ट की हत्या कर दी है। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ‘मेहर’ के अनुसार, न्यूक्लियर वैज्ञानिक इसार तबातबाई-कमशेह और उनकी पत्नी की शुक्रवार को तेहरान स्थित उनके अपार्टमेंट पर हुए ड्रोन हमले में मौत हो गई।
न्यूक्लियर साइंटिस्ट्स की मौत
तबतबाई-कमशेह ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े अहम वैज्ञानिक माने जाते थे। इस हमले के लिए ईरान ने सीधे तौर पर इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है। 13 जून से अब तक इजराइल 11 ईरानी न्यूक्लियर साइंटिस्ट्स की मौत हो गई है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने शनिवार को बयान जारी कर बताया कि उसने ईरानी सेना के तीन कमांडरों और चार अन्य जवानों को मार गिराया है। इजराइल का कहना है कि ये सभी तेहरान के सशस्त्र कार्यक्रम से जुड़े थे और क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा बन चुके थे।
इजराइल ईरान संघर्ष (सोर्स-इंटरनेट)
अब तक इतने लोगों की हुई मौत
इस संघर्ष का मानवीय पहलू भी काफी गंभीर होता जा रहा है। 13 जून से अब तक ईरान में 657 नागरिकों की जान जा चुकी है, जबकि दो हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हालांकि ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन आंकड़ों से सहमति नहीं जताई है और बताया है कि अब तक 430 मौतें और 3,500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
वहीं इजराइल में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है और 900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दोनों देशों के बीच चल रहे इस संघर्ष में आम नागरिकों को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
भारत सरकार का ऑपरेशन सिंधु
इस बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए ‘ऑपरेशन सिंधु’ चलाया है। शनिवार शाम 4:30 बजे ईरान के मशहद से एक फ्लाइट 310 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंची। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि अब तक इस अभियान के तहत 827 भारतीयों को सुरक्षित वापस लाया जा चुका है।
भारत सरकार ने ईरान और इजराइल में फंसे नागरिकों से अपील की है कि वे निकटतम भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपनी लोकेशन साझा करें ताकि उन्हें सुरक्षित निकाला जा सके।
जैसे-जैसे संघर्ष लंबा खिंचता जा रहा है, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताएं भी बढ़ रही हैं। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है और शांति वार्ता के लिए तैयार रहने को कहा है। लेकिन वर्तमान हालात देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि फिलहाल कोई ठोस समाधान निकलना आसान नहीं है।