

रोजाना एनर्जी ड्रिंक पीना हृदय, मस्तिष्क और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकता है। जानिए इसके खतरनाक साइड इफेक्ट्स और सुरक्षित विकल्प।
एनर्जी ड्रिंक से बीमारी का खतरा (सोर्स-इंटरनेट)
New Delhi: आज की तेज़-तर्रार जीवनशैली में थकान मिटाने और तुरंत ऊर्जा पाने के लिए एनर्जी ड्रिंक का सेवन आम होता जा रहा है, खासकर युवाओं में इसका चलन तेजी से बढ़ा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह तात्कालिक राहत लंबे समय में आपकी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती है? विशेषज्ञों के अनुसार एनर्जी ड्रिंक में मौजूद अधिक मात्रा में कैफीन, चीनी और आर्टिफिशियल तत्व हृदय, मस्तिष्क, वजन और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
एनर्जी ड्रिंक्स में आमतौर पर हाई डोज कैफीन, टॉरिन, ग्वाराना, शुगर और कृत्रिम फ्लेवरिंग एजेंट्स होते हैं। ये तत्व शरीर को तत्काल ऊर्जा देते हैं, लेकिन लगातार सेवन से यह फायदे से ज्यादा नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो दिन में दो से तीन कैन एनर्जी ड्रिंक लेने से हृदय गति असामान्य हो सकती है, ब्लड प्रेशर असंतुलित हो सकता है और गंभीर मामलों में हार्ट अटैक का खतरा भी हो सकता है। वहीं डायबिटीज और मोटापा भी इसका सीधा असर है, क्योंकि इनमें चीनी की मात्रा अत्यधिक होती है, जो ब्लड शुगर और इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ा देती है।
एनर्जी ड्रिंक से स्वास्थ्य समस्याएं (सोर्स-इंटरनेट)
एनर्जी ड्रिंक्स का असर सिर्फ शरीर तक ही सीमित नहीं रहता, यह मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालता है। लगातार सेवन करने से व्यक्ति इसपर निर्भर हो जाता है। इससे नींद न आना, चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस और यहां तक कि एंग्जायटी के लक्षण भी सामने आ सकते हैं। तंत्रिका तंत्र पर दबाव बढ़ने के कारण कई बार मस्तिष्क संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
मानसून जैसे मौसम में, जब शरीर पहले से वायरस और संक्रमण से जूझ रहा होता है, ऐसे समय एनर्जी ड्रिंक्स का अधिक सेवन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को और भी कमजोर कर सकता है। यही कारण है कि विशेषज्ञ मानसून में इसकी खपत से खासतौर पर परहेज करने की सलाह देते हैं।
अंततः एनर्जी ड्रिंक्स से तुरंत मिलने वाली ऊर्जा भले ही राहत दे, लेकिन अधिक प्रभाव शरीर के लिए खतरनाक हो सकते हैं। ऊर्जा के लिए प्राकृतिक और संतुलित उपायों को अपनाएं, और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।