

‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में अब दर्शकों को मिलेगा हाई वोल्टेज ड्रामा। तुलसी के बेटे अंगद की गिरफ्तारी के बाद कहानी ने लिया नया मोड़, हुआ एक बड़ा खुलासा जिसे सुन सभी रह जाएंगे दंग।
क्योंकि सास भी कभी बहू थी में नया खुलासा और ट्विस्ट
New Delhi: स्टार प्लस का पॉपुलर शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ एक बार फिर अपनी दमदार कहानी और गहरे पारिवारिक रिश्तों के कारण दर्शकों के दिलों पर राज कर रहा है। शो में इन दिनों जहां अंगद का एक्सीडेंट केस हेडलाइन बना हुआ है, वहीं अब कहानी ने एक बड़ा मोड़ ले लिया है जो दर्शकों को चौंका देगा।
अंगद की गिरफ्तारी से टूट गया वीरानी परिवार
पिछले एपिसोड में दर्शकों ने देखा कि तुलसी के बेटे अंगद को पुलिस ने ड्रिंक एंड ड्राइव और एक्सीडेंट के मामले में गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल रिपोर्ट में शराब के अंश पाए गए, जिससे तुलसी का दिल टूट गया। उसने बेटे को बेल दिलाने से साफ मना कर दिया, ये कहते हुए कि अगर अंगद दोषी है, तो उसे सज़ा मिलनी चाहिए।
नई लड़की बनेगी मसीहा
शो में अब एक नया किरदार एंट्री कर चुका है एक चॉल में रहने वाली लड़की, जो ट्रैफिक पुलिस की बहन है। इस किरदार को प्रोमो में तुलसी को फोन करते हुए दिखाया गया है, जिसमें वह कहती है कि अंगद निर्दोष है। यह लड़की सीसीटीवी फुटेज के जरिए अंगद की बेगुनाही साबित करने में मदद करेगी।
दोस्त की गवाही ने बढ़ाई मुश्किल
जब अंगद अपने एक दोस्त को फोन कर अपनी बात रखने की कोशिश करता है, तो वह दोस्त पलट जाता है और पुलिस के सामने कह देता है कि गाड़ी वही चला रहा था। इस बात से तुलसी बेहद आहत होती है, और जब हेमंत बेल पेपर्स लेकर आता है, तो वह उसे भी ठुकरा देती है।
खुला तुलसी और अंगद के रिश्ते का राज
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ा मोड़ तब आता है जब गायत्री तुलसी पर तंज कसते हुए कहती है कि वह अंगद के लिए इतना कठोर इसलिए हो रही है क्योंकि वो उसका खून नहीं है। इस बात से शो में एक छुपे हुए रहस्य से पर्दा उठता है।
दरअसल, तुलसी ने अपने पति मिहिर के साथ अपनी बहन केसर के गुजरने के बाद उसके तीन बच्चों अंगद, पारी और रित्विक को गोद लिया था। यानी तुलसी इन बच्चों की जैविक मां नहीं, बल्कि मासी है, जिसने मां की भूमिका निभाई।
क्या साबित होगा अंगद निर्दोष?
अब शो में दर्शकों को देखने को मिलेगा कि क्या सीसीटीवी फुटेज से अंगद की बेगुनाही साबित हो पाएगी? क्या तुलसी के रिश्ते और उस पर लगे सवालों के बीच सच्चाई की जीत होगी?