

बिहार चुनाव के बीच खेसारी लाल ने एक बड़ा बयान दिया है। वे अपनी पत्नी चंदा यादव को राजनीति में उतारने की योजना बना रहे हैं। इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। खेसारी ने साफ किया कि वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे।
खेसारी लाल यादव
Patna: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के चलते राजनीतिक माहौल गरमाता जा रहा है, और भोजपुरी सिनेमा की दुनिया भी इस चुनावी हलचल से अछूती नहीं रही है। भोजपुरी इंडस्ट्री के सबसे बड़े सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। खेसारी ने कहा है कि वे अपनी पत्नी चंदा यादव को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे, बल्कि अपनी पत्नी को उम्मीदवार बनाने की कोशिश करेंगे।
खेसारी लाल यादव ने इस बारे में बात करते हुए कहा, “मैं पिछले चार दिनों से अपनी पत्नी चंदा को मनाने की कोशिश कर रहा हूं कि वह चुनाव लड़ें। अगर वह मान जाती हैं तो हम नामांकन दाखिल करेंगे। लेकिन अगर वह नहीं मानतीं, तो मैं सिर्फ प्रचार करूंगा और अपने ‘भैया’ तेजस्वी यादव को जीताने की कोशिश करूंगा।” इस बयान ने न केवल खेसारी के समर्थकों को उत्साहित किया, बल्कि बिहार की राजनीति में भी चर्चा को जन्म दिया।
खेसारी लाल यादव
चंदा यादव, जो खेसारी लाल यादव की पत्नी हैं, ने 2006 में खेसारी से शादी की थी। उनकी शादी के बाद से दोनों का जीवन बेहद सामान्य और संघर्षमुक्त रहा है। खेसारी खुद भी कई बार यह कह चुके हैं कि चंदा ने उनके संघर्ष के दिनों में उनका पूरा साथ दिया है और वे उन्हें अपनी प्रेरणा मानते हैं। चंदा की सोशल मीडिया प्रोफाइल पर नजर डालें तो यह बात साफ होती है कि वह एक साधारण जीवन जीने वाली महिला हैं, जो स्टार की पत्नी होते हुए भी बहुत ही डाउन-टू-अर्थ जीवन जीती हैं। यही कारण है कि आम महिलाएं उनसे आसानी से जुड़ाव महसूस करती हैं।
Bihar Election 2025: मैथिली ठाकुर अब बिहार में लड़ेंगी चुनाव, जानें किस पार्टी में हुईं शामिल
अगर चंदा यादव चुनावी मैदान में उतरती हैं, तो उनकी उम्मीदवारी के बारे में कई कयास लगाए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, चंदा को आरजेडी पार्टी से छपरा या मांझी सीट से टिकट मिल सकता है। खेसारी लाल यादव इस संबंध में अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार हैं और इस मद्देनजर वह आरजेडी नेता राबड़ी देवी से भी मुलाकात कर चुके हैं। खेसारी का उद्देश्य केवल अपने परिवार को राजनीति में उतारना नहीं है, बल्कि वह अपने राजनीतिक आदर्श तेजस्वी यादव के लिए भी पूरा समर्थन देने की योजना बना रहे हैं।
खेसारी लाल यादव का यह बयान राजनीति के लिए एक नया मोड़ हो सकता है। फिलहाल यह साफ नहीं हो सका है कि क्या उनकी पत्नी चंदा राजनीति में कदम रखेंगी या नहीं, लेकिन इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। खेसारी पहले भी समाज और युवा वर्ग से जुड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते रहे हैं, ऐसे में अगर उनकी पत्नी चुनावी मैदान में उतरती हैं तो यह बिहार की राजनीति में एक नई दिशा देने वाला कदम हो सकता है।
खेसारी लाल यादव का राजनीति से जुड़ा एक लंबा इतिहास रहा है। वह पहले भी कई बार समाज और आम जनता के मुद्दों पर आवाज उठा चुके हैं। उनकी लोकप्रियता भोजपुरी सिनेमा तक सीमित नहीं है, बल्कि वह बिहार की राजनीति में भी काफी प्रभावशाली माने जाते हैं। उनकी यह घोषणा कि वह अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारेंगे, यह दर्शाता है कि उनका राजनीतिक जुड़ाव अब भी मजबूत है।
बिहार में चुनावी माहौल पहले से ही गरमाया हुआ है। राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने में लगी हुई हैं और हर पार्टी का ध्यान इस बात पर है कि वे अधिक से अधिक सीटें जीतें। इस दौरान खेसारी का यह कदम बिहार की राजनीति में नई हलचल ला सकता है। चंदा यादव अगर राजनीति में कदम रखती हैं, तो निश्चित ही यह आरजेडी के लिए एक फायदा साबित हो सकता है, क्योंकि खेसारी के समर्थक वर्ग का बड़ा हिस्सा भी इस पार्टी से जुड़ा हुआ है।