

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। अब उनके इस बयान के बाद हलचल तेज हो गई है।
जीतनराम मांझी (फोटो सोर्स गूगल)
पटना/नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि वे "अपनी अंतिम सांस तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहेंगे।" उनके इस बयान ने जहां एनडीए में मजबूती का संदेश दिया है, वहीं विपक्षी खेमे में हलचल भी मचा दी है।
शनिवार को दिल्ली में एनडीए की लगभग 8 घंटे लंबी बैठक हुई थी, जिसमें सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर गहन चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि इस बैठक के दौरान जीतनराम मांझी कुछ बातों को लेकर नाराज भी थे। हालांकि, रविवार को स्थिति में बड़ा बदलाव आया और मांझी ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में बयान जारी किया।
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सूत्रों के अनुसार, एनडीए में सीट बंटवारे पर HAM से सहमति बन गई है और पार्टी को 6 सीटें मिलने की संभावना है। यह समझौता मांझी को एनडीए में एक मजबूत स्थान दिलाता है और उनके लिए आगामी चुनावों में एक निर्णायक भूमिका की संभावना बढ़ाता है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
दिल्ली में बैठक के बाद पटना लौटते समय जीतनराम मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट करते हुए लिखा: "अभी मैं पटना निकल रहा हूँ… वैसे एक बात बता दूँ, मैंने पहले भी कहा था और आज फिर से कह रहा हूँ… मैं जीतन राम मांझी अपनी अंतिम साँस तक माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ रहूँगा। बिहार में बहार होगी, नीतीश संग मोदी जी की सरकार होगी।"
मांझी ने अपने बयान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी के गठजोड़ को राज्य के विकास का सूत्र बताया। उनका कहना है कि इस जोड़ी के नेतृत्व में बिहार को नई दिशा मिलेगी और जनता को इसका लाभ पहुंचेगा।
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मांझी का यह बयान ऐसे समय आया है जब एनडीए में सहयोगी दलों के बीच सीटों को लेकर असहमति की खबरें आ रही थीं। ऐसे में उनका यह स्टैंड न केवल भाजपा के लिए राहत की खबर है, बल्कि यह भी दिखाता है कि छोटे दल भी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्वास रखते हैं।
जीतनराम मांझी का 'अंतिम सांस तक साथ' वाला बयान बिहार की सियासत में बड़ा संदेश देता है। यह न केवल एनडीए की एकता को दर्शाता है, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन को मजबूती भी प्रदान करता है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि एनडीए सीट बंटवारे का आधिकारिक ऐलान कब करता है।