

थाना एरवाकटरा में आयोजित समाधान दिवस कार्यक्रम में जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक अभिजित आर. शंकर ने जनता की समस्याएं सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राप्त सभी शिकायतों का निस्तारण नियमानुसार और समयबद्ध ढंग से किया जाए, जिससे दोनों पक्ष संतुष्ट हो सकें और समस्या का स्थाई समाधान सुनिश्चित हो सके।
अवैध कब्जों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
Auraiya: थाना एरवाकटरा में आयोजित समाधान दिवस कार्यक्रम में जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक अभिजित आर. शंकर ने जनता की समस्याएं सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राप्त सभी शिकायतों का निस्तारण नियमानुसार और समयबद्ध ढंग से किया जाए, जिससे दोनों पक्ष संतुष्ट हो सकें और समस्या का स्थाई समाधान सुनिश्चित हो सके।
कार्यक्रम में भूमि विवाद, अवैध कब्जा एवं अन्य जनसमस्याओं से संबंधित कई शिकायती पत्र प्रस्तुत किए गए। इस पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि स्थलीय जांच कर निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार की जाए और निस्तारण प्रक्रिया में पारदर्शिता रखी जाए। उन्होंने संबंधित हल्का इंचार्ज और लेखपाल को निर्देशित किया कि वे हर शिकायत पर व्यक्तिगत रूप से जांच कर उचित कार्रवाई करें।
समाधान दिवस के दौरान ग्राम उदईपुर से एक गंभीर शिकायत सामने आई, जिसमें ग्राम पंचायत की जमीन पर ग्रामवासियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर निर्माण कार्य किए जाने की बात कही गई। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित लेखपाल को तुरंत पैमाइश कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी ने पक्के भवन का अवैध निर्माण किया है तो उसके विरुद्ध धारा 67 के तहत कार्रवाई की जाए, जबकि झोपड़ियों या अन्य अस्थायी निर्माण को नियमानुसार ध्वस्त किया जाए।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट आगामी पांच दिवस के भीतर प्रस्तुत की जाए। कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि सभी शिकायतकर्ताओं को न केवल कार्रवाई की जानकारी दी जाए, बल्कि उन्हें समाधान की प्रक्रिया में शामिल कर विश्वास में लिया जाए।
इस अवसर पर तहसीलदार बिधूना, क्षेत्रीय थानाध्यक्ष, लेखपाल एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। क्षेत्र से आए कुल 07 फरियादियों ने अपनी-अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखीं, जिन पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की गई।