Pahalgam Terror Attack: नेपाली युवक सुदीप का पार्थिव शरीर पहुंचा सोनौली, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले का शिकार हुए नेपाली युवक का शव सोनौली बॉर्डर पर परिजनों को सुपुर्द किया गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 24 April 2025, 10:28 AM IST
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सोनौली (महराजगंज): जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में नेपाल के लुंबिनी प्रदेश निवासी सुदीप न्यौपाने की मौत हो गई थी। सुदीप पर्यटन के लिए पहलगाम गए हुए थे। इस हमले में कुल 28 से अधिक पर्यटकों की जान गई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गुरुवार को सुदीप का पार्थिव शरीर भारत-नेपाल के अंतरराष्ट्रीय सीमा सोनौली पहुंचा। भारत और नेपाल प्रशासन की मौजूदगी में शव को परिजनों के हवाले किया गया है।

सोनौली बॉर्डर पर मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। परिजनों ने भारत सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। भारतीय एम्बुलेंस में शव को नेपाल के लिए रवाना किया गया। इस दौरान वहां नौतनवां के उपजिलाधिकारी नवीन कुमार और पुलिस सर्किल ऑफिसर जयप्रकाश त्रिपाठी भी उपस्थित रहे।

पहलगाम में 28 पर्यटकों की हत्या

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 28 लोगों की नृशंस हत्या कर दी। हमलावर सेना की वर्दी में आए थे और उन्होंने पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा फिर उनके पहचान पत्र देखे और बाद में हिन्दू होने पर उन्हें गोली मार दी। इस हमले में 28 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक थे, जबकि दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय कश्मीरी नागरिक भी शामिल थे। इस जघन्य हमले ने कश्मीर में आतंकवाद की एक और काली छाया फैला दी और कश्मीर के पर्यटन उद्योग को गहरे संकट में डाल दिया है।

हमले के आतंकियों के स्केच जारी

वहीं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद जांच एजेंसियों द्वारा कार्रवाई तेज कर दी गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने हमले में शामिल संदिग्ध आतंकियों (अबु तलहा, आसिफ फौजी, सुलेमान शाह) के स्केच जारी किए हैं। ये स्केच चश्मदीदों के बयानों और सीसीटीवी फुटेज की मदद से तैयार किए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इन आतंकियों की पहचान के बारे में सुराग जुटाए जा रहे हैं और पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

भारत ने कड़े कदम उठाने का किया फैसला

वहीं विदेश मंत्रालय ने सीसीएस बैठक के बाद आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए निम्नलिखित कड़े कदम उठाने का फैसला किया है-

  • सिंधु जल संधि (1960): इसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाएगा, जब तक कि पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता।
  • अटारी एकीकृत चेक पोस्ट: इसे तत्काल बंद कर दिया जाएगा। वैध दस्तावेजों के साथ सीमा पार करने वालों को 1 मई, 2025 से पहले वापस लौटना होगा।
  • सार्क वीजा छूट योजना: पाकिस्तानी नागरिकों को भारत आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पहले जारी किए गए सार्क वीजा रद्द कर दिए जाएंगे। भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ना होगा।
  • पाकिस्तान उच्चायोग (नई दिल्ली): रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है। उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ना होगा। भारत इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग से समकक्ष सलाहकारों को भी वापस बुलाएगा।
  • राजनयिक कर्मचारियों में कटौती: दोनों देशों के उच्चायोगों में कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 की जाएगी। यह प्रक्रिया 1 मई 2025 तक पूरी हो जाएगी।

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