

कुशीनगर में 10 वर्षीय बच्ची का शव दफनाने के तीन दिन बाद कब्र से गायब मिला। शव पास के एक बंद मोबाइल टावर परिसर में नग्न अवस्था में बरामद हुआ। शव के पास मिला काला बुर्का और साड़ी तांत्रिक गतिविधियों की आशंका को जन्म दे रहा है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और सभी पहलुओं से जांच शुरू कर दी है।
कब्र से गायब हुआ बच्ची का शव
Kushinagar Nagar: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के पटहेरवा थाना क्षेत्र स्थित सहदौली गांव में उस समय सनसनी फैल गई जब 10 वर्षीय बच्ची गुलफ्सा खातून का शव दफनाने के तीन दिन बाद कब्र से गायब पाया गया। मृतका के पिता बिस्मिल्लाह अंसारी ने बताया कि बेटी की चेचक से तबीयत बिगड़ने पर उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां 19 जुलाई को उसकी मौत हो गई थी। उसी दिन गांव लाकर शव को कब्रिस्तान में दफनाया गया।
कब्र की मिट्टी उखड़ी
तीन दिन बाद, सोमवार सुबह एक राइस मिल निर्माण करा रहे व्यक्ति ने कब्र के पास मिट्टी उखड़ी देखी और यह सूचना बिस्मिल्लाह को दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने देखा कि कब्र खाली थी और शव गायब था। इस खबर ने पूरे गांव में दहशत फैला दी। तत्काल डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी गई।
मोबाइल टावर से मिला शव
पुलिस और फोरेंसिक टीम के पहुंचने के बाद 200 मीटर के दायरे में तलाश शुरू हुई। इसी दौरान गांव के युवक मसूद खान ने पास के बंद मोबाइल टावर परिसर में झाड़ियों के बीच शव को नग्न अवस्था में पड़ा देखा। शव के पास काला बुर्का और साड़ी मिलने से तांत्रिक गतिविधियों की आशंका बढ़ गई है। शव पर कीड़े चल रहे थे, जिससे वहां मौजूद ग्रामीणों में डर और आक्रोश फैल गया।
पुलिस जांच में जुटी
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी संतोष मिश्रा ने इसे प्रथम दृष्टया तंत्र-मंत्र से जुड़ा मामला बताया है। वहीं CO कसया कुन्दन सिंह ने कहा कि सूचना मिलने पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शव बरामद कर लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। FIR दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
परिजनों ने अंधविश्वास से किया इनकार
मृतका के पिता बिस्मिल्लाह अंसारी ने कहा कि उन्होंने तंत्र-मंत्र या अंधविश्वास जैसी बातों को नकारा है। उन्होंने कहा, "मेरी बेटी की मौत बीमारी से हुई थी और हमने उसे विधिवत दफनाया था। जो कुछ हुआ है, वह बेहद दुखद है।"
गांव में अफवाहों और चर्चा का माहौल
घटना के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। कुछ ग्रामीण इसे अंधविश्वास और तांत्रिक क्रियाओं से जोड़ रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे सोची-समझी साजिश बता रहे हैं। फिलहाल पुलिस हर संभव एंगल से जांच में जुटी है और लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील की गई है।