

एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की सूचना पर अमेरिका में गैंगस्टर अमित शर्मा उर्फ जैक को गिरफ्तार कर लिया गया है। जैक पंडित लॉरेंस बिश्नोई-रोहित गोदारा गैंग का सदस्य और फाइनेंसर था, जो विदेश से गैंग को फंडिंग का काम कर रहा था।
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई
Jaipur: राजस्थान पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के एक महत्वपूर्ण सदस्य अमित शर्मा उर्फ जैक पंडित को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। जैक पंडित लंबे समय से फरार चल रहा था और विदेश में रहकर गैंग को फाइनेंशियल, लॉजिस्टिक और कानूनी मदद पहुंचा रहा था।
राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) को जैक पंडित की विदेश में मौजूदगी की पुख्ता जानकारी मिली थी। इस सूचना को अमेरिकी एजेंसियों के साथ साझा किया गया और एक समन्वित ऑपरेशन के तहत उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, एडीजी क्राइम दिनेश एमएन की निगरानी में काम कर रही AGTF ने इस केस में कई महीनों से निगरानी रखी थी।
ADG क्राइम दिनेश एमएन ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि अमित शर्मा उर्फ जैक पंडित को अमेरिकी एजेंसियों ने AGTF की सूचना पर गिरफ्तार किया है। वह लॉरेंस-गोदारा गैंग का एक प्रमुख सदस्य था, जो विदेश में बैठकर फाइनेंस, शरण और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का काम कर रहा था। उन्होंने यह भी बताया कि जैक पंडित ने रोहित गोदारा को भारत से भागने में मदद की थी, और विदेश में उसे सुरक्षित ठिकाना भी उपलब्ध करवाया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जैक पंडित की भूमिका केवल क्राइम की योजना बनाना ही नहीं थी, बल्कि वह गैंग की फाइनेंशियल बैकबोन था। वह विदेश में रहकर एक्सटॉर्शन मनी को रिसीव करता था। भारत से भागे गैंग के सदस्यों को शरण दिलवाता था। फर्जी दस्तावेज बनवाकर उन्हें नई पहचान दिलाता था। गैंग को विदेशी नेटवर्क से जोड़ने और फंडिंग दिलाने का काम करता था। इस गिरफ्तारी से कई अंतरराष्ट्रीय चैनल और सहयोगी भी पुलिस के रडार पर आ गए हैं।
ADG दिनेश एमएन ने बताया कि यह गैंग विदेशों में पहले से रह रहे भारतीय मूल के लोगों, उनके रिश्तेदारों और मित्रों से भी मदद ले रहा था। अब ऐसे लोगों की सूची तैयार कर ली गई है जो इस नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
इस ऑपरेशन में DIG योगेश यादव और दीपक भार्गव के सुपरविजन में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इसका नेतृत्व एडिशनल एसपी सिद्धार्थ शर्मा ने किया। टीम ने श्रीगंगानगर निवासी अमित शर्मा की लोकेशन, उसके ठिकाने और गतिविधियों की हर छोटी-बड़ी जानकारी इकट्ठा की। धीरे-धीरे उसके नाम बदल-बदल कर इस्तेमाल किए गए पहचान पत्रों और फर्जी दस्तावेजों का जाल सामने आया। गैंग में वह जैक, सुल्तान, डॉक्टर, पंडित जी, और अर्पित जैसे नामों से जाना जाता था।
लॉरेंस बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई भारत का एक कुख्यात गैंगस्टर है, जिसका नाम अपहरण, हत्या, ड्रग और हथियारों की तस्करी जैसे कई गंभीर आपराधिक मामलों में सामने आ चुका है। वह 2022 में चर्चित पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी है, जिसने उसे देशभर में सुर्खियों में ला दिया। इसके अलावा 2024 में अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग की घटना में भी उसका नाम सामने आया, जिससे उसकी गतिविधियों पर एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान केंद्रित हुआ। फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, लेकिन वहां से भी वह अपने गैंग का संचालन जारी रखे हुए है।
रोहित गोदारा (असल नाम: रोहित राठौड़)
रोहित गोदारा ने अपने करियर की शुरुआत मोबाइल रिपेयरिंग के काम से की थी। लेकिन समय के साथ वह अपराध की दुनिया की ओर मुड़ गया। बताया जाता है कि उसने जेल में रहते हुए कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संपर्क बनाया और वहीं से उसके आपराधिक सफर की शुरुआत हुई। धीरे-धीरे वह जबरन वसूली, हत्या और ड्रग तस्करी जैसे संगीन अपराधों में सक्रिय हो गया। वर्तमान में रोहित गोदारा एक वांटेड अपराधी है, जिसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भगोड़ा घोषित किया हुआ है।
राजस्थान पुलिस की यह कार्रवाई बताती है कि अब अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के खिलाफ भी कड़ा रुख अपनाया गया है। भारत में अपराधियों के खिलाफ कानूनी शिकंजा पहले से सख्त हुआ है और अब जो लोग बॉर्डर पार कर अपराध को अंजाम दे रहे हैं, उनकी भी धरपकड़ शुरू हो चुकी है।