अहमदाबाद में दिल दहला देने वाली घटना: एक ही परिवार के पांच लोगों ने ज़हर खाकर की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

गुजरात के अहमदाबाद में रविवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने कथित तौर पर ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली। मृतकों में पति-पत्नी के साथ उनके तीन मासूम बच्चे भी शामिल हैं। यह सामूहिक आत्महत्या क्यों हुई, इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 20 July 2025, 10:50 AM IST
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Gujarat News: अहमदाबाद ग्रामीण के बावला क्षेत्र में रविवार को एक किराए के मकान में एक ही परिवार के पांच लोगों की लाशें मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतकों की पहचान विपुल कांजी वाघेला (34), उनकी पत्नी सोनल (26), दो बेटियां (11 और 5 वर्ष) और 8 वर्षीय बेटे के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, सभी ने ज़हरीला तरल पदार्थ पीकर आत्महत्या की। स्थानीय लोगों से मिली सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

फॉरेंसिक टीम कर रही साक्ष्य एकत्र

फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स और पुलिस टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और घर से ज़हर के अवशेष, खाने-पीने की वस्तुएं, दस्तावेज और मोबाइल फोन जब्त किए। मकान की बारीकी से तलाशी ली जा रही है ताकि आत्महत्या के पीछे का कारण पता चल सके। सुसाइड नोट मिलने की अब तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस तकनीकी जांच और कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स के ज़रिए घटना की कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रही है।

तीन मासूम बच्चों की मौत

इस आत्महत्या की घटना को और भी दर्दनाक बना देती है, परिवार के तीन नाबालिग बच्चों की मौत। 11 और 5 साल की दो बेटियां और 8 वर्षीय बेटा भी इस घटना में जान गंवा बैठे। स्थानीय लोगों का कहना है कि परिवार शांत था और किसी बड़ी परेशानी का ज़िक्र कभी नहीं किया गया।

क्या थी आत्महत्या की वजह?

अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि परिवार ने ऐसा कठोर कदम क्यों उठाया। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह मामला आर्थिक तंगी, पारिवारिक विवाद या किसी सामाजिक दबाव से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि परिवार मूल रूप से ढोलका का रहने वाला था और हाल ही में इस इलाके में किराए के मकान में शिफ्ट हुआ था।

स्थानीय लोगों से पूछताछ

पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। मकान मालिक और आस-पास रहने वालों से जानकारी जुटाई जा रही है कि परिवार का व्यवहार कैसा था और क्या हाल ही में कोई तनावपूर्ण परिस्थिति देखने को मिली थी। साथ ही, विपुल वाघेला और उनके परिवार के मोबाइल फोन और सोशल मीडिया खातों की डिजिटल जांच की जा रही है।

मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक समर्थन की ज़रूरत

सामूहिक आत्महत्या की ऐसी घटनाएं देश में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता की कमी की ओर इशारा करती हैं। अक्सर परिवार सामाजिक दबाव, आर्थिक बोझ या मानसिक तनाव से जूझते हुए मदद नहीं मांग पाते। ऐसे में जरूरत है कि समाज में सहानुभूति, जागरूकता और संवाद को बढ़ावा दिया जाए, ताकि कोई व्यक्ति खुद को अकेला न महसूस करे।

पुलिस जांच जारी

पुलिस इस दुखद घटना की हर पहलू से जांच कर रही है। आत्महत्या की असली वजह जानने के लिए पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, फॉरेंसिक साक्ष्य, और डिजिटल डेटा का इंतज़ार है। फिलहाल पुलिस का मानना है कि परिवार पर कोई भीतरी या बाहरी दबाव था, जिसकी वजह से ये कठोर कदम उठाया गया।

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