गोरखपुर में कोतवाली पुलिस और STF की बड़ी कार्रवाई, 1 करोड़ 5 लाख की अफीम के साथ दो शातिर तस्कर धराए

कोतवाली पुलिस और लखनऊ-गोरखपुर STF की संयुक्त टीम ने सनसनीखेज ऑपरेशन को दिया अंजाम। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

गोरखपुर: गोरखपुर जनपद में पुलिस ने एक बार फिर अपराधियों के खिलाफ अपनी पैनी नजर और कड़ा प्रहार दिखाया है। कोतवाली पुलिस और लखनऊ-गोरखपुर STF की संयुक्त टीम ने गोरखनाथ ओवरब्रिज के पास RPF ग्राउंड में देर रात एक सनसनीखेज ऑपरेशन को अंजाम देते हुए दो शातिर अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया।

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, रिपोर्ट में बताया गया है कि पकड़ी गई अफीम की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1 करोड़ 5 लाख रुपये आंकी गई है। यह कार्रवाई शहर में नशे के काले कारोबार पर बड़ा झटका मानी जा रही है। मुखबिर की सूचना पर चला ऑपरेशनवरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नैय्यर के निर्देश पर चलाए जा रहे

अपराधियों की गिरफ्तारी तेज

वहीं इस अभियान के तहत कोतवाली थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह के नेतृत्व में STF और स्थानीय पुलिस की टीम ने यह कार्रवाई की। देर रात 13 मई 2025 को, मुखबिर से ये पक्की सूचना मिली कि गोरखनाथ ओवरब्रिज के पास कुछ संदिग्ध लोग भारी मात्रा में मादक पदार्थ लेकर मौजूद हैं। सूचना मिलते ही पुलिस और STF की संयुक्त टीम ने जाल बिछाया और रात 11:55 बजे दुर्गाबाड़ी चौकी क्षेत्र में RPF ग्राउंड के पास दो तस्करों को धर दबोचा।

कौन हैं पकड़े गए तस्कर?

जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान पवन सिंह (30 वर्ष) और खुशबू कुमारी साव (30 वर्ष) के रूप में हुई। पवन सिंह उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के खगाईनागर गांव का रहने वाला है, जबकि खुशबू कुमारी मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और वर्तमान में बिहार के नरकटियागंज में रहती है। पुलिस ने पवन सिंह के कब्जे से 3.5 किलोग्राम और खुशबू कुमारी के पास से 3 किलोग्राम अफीम बरामद की। कुल 6.5 किलोग्राम अफीम की यह खेप इतनी बड़ी थी कि इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1 करोड़ 5 लाख रुपये से ज्यादा आंकी गई। पवन सिंह का आपराधिक इतिहास पुलिस जांच में पता चला कि पवन सिंह कोई नया खिलाड़ी नहीं है। उसके खिलाफ पहले से बरेली के बहेरी थाने में मु.अ.सं. 0981/2018 के तहत मारपीट, छेड़छाड़, तोड़फोड़ और घर में घुसकर अपराध करने जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। वहीं, खुशबू कुमारी का यह पहला दर्ज अपराध है, लेकिन पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या वह पहले भी इस तरह के काले धंधे में शामिल थी।

कैसे चला ऑपरेशन?

गौरतलब है कि STF और कोतवाली पुलिस की यह कार्रवाई किसी फिल्मी सीन से कम नहीं थी। रात के अंधेरे में गोरखनाथ ओवरब्रिज के पास RPF ग्राउंड को चारों तरफ से घेर लिया गया। जैसे ही तस्करों ने भागने की कोशिश की, पुलिस और STF की चुस्त टीम ने उन्हें दबोच लिया। ऑपरेशन में शामिल 19 सदस्यीय टीम में प्रभारी निरीक्षक छत्रपाल सिंह, STF लखनऊ के निरीक्षक दीपक सिंह और रिजवान, उपनिरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह, आशीष कुमार पांडेय, दीपशिखा रंजन, प्रगति सिंह सहित कई अन्य जांबाज शामिल थे। कानूनी कार्रवाई और आगे की जांचबरामद अफीम के आधार पर कोतवाली थाने में मु.अ.सं. 0113/2025 के तहत NDPS एक्ट की धारा 8/18 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि यह अफीम कहां से लाई गई थी और इसका नेटवर्क कितना बड़ा है। साथ ही, तस्करों के अन्य साथियों की तलाश भी तेज कर दी गई है। बता दें कि यह कार्रवाई गोरखपुर पुलिस की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। SSP राज करन नैय्यर ने कहा, नशे का कारोबार समाज के लिए अभिशाप है। हम ऐसे तस्करों को किसी भी कीमत पर बख्शेंगे नहीं।

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