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छत्तीसगढ़ का अबूझमाड़ क्षेत्र लंबे समय से नक्सली हिंसा का केंद्र रहा है। आज डीआरजी जवानों ने यहां पर बड़ा ऑपरेशन अंजाम दिया है। पढ़िए डाइनामइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ जारी जवानों का बड़ा ऑपरेशन (Source-Google)
रायपुर: नक्स्ल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ से बड़ी खब़र सामने आई है। जहां नारायणपुर में DRG जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। अबुझमाड़ में सुरक्षाबलों के जवानों ने नक्सलियों के बड़े कमांडरों को घेर लिया है। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों ने 27 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। इसमें उसके बड़े कमांडर के मारे जाने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है जबकि अभी भी मुठभेड़ जारी है। नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव की डीआरजी टीम मौके पर मौजूद हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में बुधवार की सुबह सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। बताया जा रहा है कि इस मुठभेड़ में कम से कम 27 माओवादी मारे गए। नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव जिलों के डीआरजी ने मिलकर यह ऑपरेशन चलाया। उन्हें जानकारी मिली थी कि एक बड़ा माओवादी नेता अबूझमाड़ के एक खास इलाके में छिपा हुआ है।
हथियार और विस्फोटक मिला
बता दें कि मुठभेड़ के दौरान, सुरक्षा बलों ने नक्सलियों से AK-47 राइफलें और विस्फोटक सहित कई आधुनिक हथियार बरामद किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह नक्सलियों के नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका है। उन्होंने कहा कि इन हथियारों का इस्तेमाल नक्सली यहां के इलाके में आतंक फैलाने के लिए करते थे।
नक्सली हिंसा का केंद्र अबूझमाड़
छत्तीसगढ़ राज्य में खासकर बस्तर संभाग का अबूझमाड़ क्षेत्र लंबे समय से नक्सली हिंसा का केंद्र रहा है। राज्य सरकार ने नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिए हैं। इस मुठभेड़ को सरकार के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है। सरकार का लक्ष्य इलाके में शांति बहाल करना है।
DCM ने दी जवानों को बधाई
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने ऑपरेशन की सफलता पर जवानों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि नारायणपुर, सुकमा और बीजापुर में डीआरजी के जवानों ने साहस दिखाया है, वह सराहनीय है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक बयान में कहा था कि सरकार ने 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसके बाद से महाराष्ट्र, आंध्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ राज्य में सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।