

शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है, निवेशक फिलहाल सतर्क रुख अपनाए हुए हैं। ग्लोबल और घरेलू दोनों फैक्टर बना रहे दबाव।
बाजार में सस्पेंस (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
New Delhi: गुरुवार की सुबह बाजार में शुरूआत में सेंसेक्स ने 119.05 अंक की बढ़ोतरी के साथ 82,753.53 पर ओपन किया, जबकि निफ्टी भी 25,230.75 तक मजबूत दिखा । हालांकि, बाद में बिकवाली ने बाजार को दबोच लिया, सेंसेक्स 71.51 अंक गिरकर 82,554.47 और निफ्टी 30.30 अंक नीचे आकर 25,182.55 पर ट्रेड कर रहा था । घरेलू निवेशक अभी भी संयमित बने हुए हैं, जबकि विदेशी फंडों की निकासी से बाजार पर दबाव बना हुआ है । बीते बुधवार को बंद बाजार में सेंसेक्स 63.57 अंक (0.08%) की मामूली बढ़त के साथ 82,634.48 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 16.25 अंक (0.06%) उछलकर 25,212.05 पर बंद हुआ था ।
यूएस-भारत व्यापार वार्ता में संभावित सकारात्मक खबर आने की उम्मीद कुछ हद तक उत्साह बढ़ा रही है, लेकिन अभी तक असर सीमित है ।
उभरे स्टॉक्स: सन फार्मा, टाटा मोटर्स, कोटक महिंद्रा बैंक, ट्रेंट, एनटीपीसी, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लाभ में रहे।
पिछड़े स्टॉक्स: आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एशियन पेंट्स सहित कई बड़े शेयर कमजोर रहे।
बुधवार को एफआईआई ने 1,858 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जिससे बिकवाली की लहर बनी ।
एशियाई बाजारों में जापान, शंघाई और हांगकांग हरे निशान पर कारोबार कर रहे थे, जबकि कोरिया कमजोर दिखा । अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए, लेकिन पोल ने एफआरबी चेयर की जिम्मेदारी को लेकर अनिश्चितता पैदा की, जिससे ग्लोबल मूड प्रभावित हुआ। तेल की कीमतें ब्रेंट क्रूड $68.92 प्रति बैरल तक बढ़ी, जो भारतीय फ्यूल शेयरों और बैंक सेक्टर पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है ।
निफ्टी बैंक इंडेक्स में गिरावट जारी रही, यह 0.17% नीचे ट्रेड कर रहा था ।
SBI और HDFC बैंक जैसे PSU शेयर थोड़ी मजबूती दिखा रहे थे, लेकिन ICICI, Canara, PNB इत्यादि लीडरशिप को पीछे खींच रहे थे ।
शुरुआती तेजी और बाद में बिकवाली का मिला-जुला पैटर्न देखा गया।
विदेशी निवेशकों की निकासी और ग्लोबल अनिश्चितता, खासकर अमेरिका से ब्याज दरों व व्यापार वार्ता, बाजार पर सटिक असर दे रही हैं।
फिलहाल निवेशक सतर्क हैं और ग्रीन सिग्नल मिलने पर ही तेज़ रुख अपना सकते हैं।
फेडरल रिजर्व का फैसला, डॉलर्स में उतार-चढ़ाव और U.S.-भारत ट्रेड वार्ता में प्रगति कलाकार बढ़ा सकती है बाजार को।
अगले कुछ दिनों में Q1 की कॉर्पोरेट कमाई (जैसे SBI, Wipro, Axis Bank) भी रुख को दिशा दे सकती है।